Breaking News
-
कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में एक हिंदू मंदिर के पुजारी को हाल ही में खालिस्तानी…
-
छठ महापर्व के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ में गोमती घाट…
-
फॉक्स न्यूज के साथ 2023 के एक साक्षात्कार के दौरान, ट्रम्प से राष्ट्रपति की शक्तियों…
-
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कर्नाटक की गृह लक्ष्मी योजना के बारे में कथित तौर…
-
अजित पवार की पार्टी राकांपा को राहत देते हुए एक उम्मीदवार जिसने पार्टी उम्मीदवार यशवंत…
-
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज छठ महापर्व के अवसर दिल्ली…
-
वक्फ विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के विपक्षी सदस्य, 9 नवंबर से शुरू होने…
-
देश के अलग-अलग हिस्सों में आज छठ महापर्व के तहत तीसरे दिन डूबते सूर्य को…
-
प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी निवेश उल्लंघन की जांच के तहत गुरुवार को अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट…
-
लाहौर और कराची में सबसे खराब वायु प्रदूषण के लिए पाकिस्तान द्वारा भारत को दोषी…
पहलवान साक्षी मलिक ने अपनी किताब ‘विटनेस’ में बहन बबीता फोगाट पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को एजेंडा की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। जिसके बाद अब बीजेपी नेता और पूर्व पहलवान बबीता फोगा ने साक्षी पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर कहा कि, किताब बेचने के चक्कर में अपना ईमान बेच गई। साथ ही उन्होंने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर भी निशाना साधा है।
बबीता फोगाट ने एक्स पर शायराना अंदाज में पोस्ट किया और लिखा कि, खुद के किरदार से जमगमाओ। उधार की रोशनी कब तक चलेगी? किसी को विधानसभा मिला किसी को मिला पद, दीदी तुमको न मिला हम समझ सकते है तुम्हारा दर्द। किताब बेचने के चक्कर में अपना ईमान बेच गई।
बता दें कि, पीटीआई के अनुसार साक्षी मलिक ने अपनी किताब में दावा किया है कि बबीता फोगाट ने खुद को प्रदर्शनकारी पहलवानों का शुभचिंतक बताया था। लेकिन इसके पीछे उनका स्वार्थ था। वह डब्ल्यूएफआई की अध्यक्ष बनना चाहती थीं। साक्षी ने कहा कि, मुझे पता है कि बृजभूषण शरण सिंह के शासनकाल को समाप्त करना विनेश और बजरंग का प्राथमिक लक्ष्य था। मैंने ये समझने की गलती की कि, बबीता का भी एकमात्र इरादा था। वह केवल बृजभूषण शरण सिंह से छुटकारा नहीं चाहती थी वह उनकी जगह लेना चाहती थी।
वहीं इन सब के बाद गीता फोगाट ने भी बबीता फोगाट के पक्ष में साक्षी मलिक पर निशाना साधा है। साथ ही लिखा कि, कई खिलाड़ी बबीता फोगाट के नाम पर बार-बार अपने एजेंडे अपनी राजनीती चमकाने की कोशिश करते रहते हैं। मैं उनको कहना चाहती हूं बबीता ने कुश्ती में या राजनीति में भी मुकाम हासिल किया है वह अपनी मेहनत और ईमानदारी के बलबूते पर किया है। जहां पर कोई किसी तरह का पद मायने नहीं रखता। यही बात अध्यक्ष बनने की तो सब जानते हैं अध्यक्ष बनने का लालच किसके अंदर था। सत्य को परेशान किया जा सकता है लेकिन पराजित नहीं किया जा सकता है।