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ब्राजील के महान फुटबॉलर एडिसन “एडसन” अरांटिस डो नैसिमेंटो केबीई यानी पेले का निधन हो गया है। पेले कोलन कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे, जिनका इलाज काफी समय से साओ पाउलो के अल्बर्ट आइंस्टीन अस्पताल में चल रहा था। कैंसर से पीड़ित पेले के कई अंगों ने 29 दिसंबर को काम करना बंद कर दिया था, जिसके कारण उनका देर रात निधन हो गया।
जानकारी के मुताबिक नवंबर महीने में ही श्वसन संक्रमण और पेट के कैंसर के इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीते सप्ताह से ही पेले का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता जा रहा था। उन्हें कोलोन कैंसर की जानकारी 2021 में हुई थी। इसके बाद से ही उनका इलाज लगातार जारी है।
फुटबॉल फैंस के लिए पेले फुटबॉल का पर्याय बने रहे है। पेले ने अपने करियर में ब्राजील के लिए कुल चार विश्व कप खेले थे, जिनमें से तीन बार उन्होंने टीम को चैंपियन बनाया है। पेले फुटबॉल के ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिनकी विरासत उनके नाम से कहीं आगे तक है। पेले सिर्फ ट्रॉफी, कैबिनेट, गोल स्कोरिंग रिकॉर्ड तक ही सीमित नहीं है। खुद पेले ने एक बार कहा ता कि मैं फुटबॉल खेलने के लिए पैदा हुआ था। ठीक वैसे ही जैसे बीथोवेन संगीत लिखने और माइकल एंजेलो पेंट करने के लिए पैदा हुए थे।
1940 में हुआ था जन्म
महान पेले का जन्म 23 अक्टूबर को 1940 में ब्राजील के मिनास गेराइस में हुआ था। पेले का परिवार काफी गरीब थे और वो चाय की दुकान में वेटर का काम करते थे। पेले को प्यार से डिको कहते थे, मगर उनका नाम पेले उनके स्थानीय फुटबॉल क्लब के गोलकीपर बिले के कारण पड़ा था। पेले ने बचपन में अपने स्थानीय फुटबॉल क्लब में कई बार गोलकीपर की भूमिका निभाई थी। वो टीम के लिए शानदार गोलकीपर भी साबित हुए। खेलते खेलते उनका नाम पेले पड़ गया था।
जानकारी के मुताबिक पेले ने एफसी सैंटोस के साथ प्रशिक्षण करना 15 वर्ष की उम्र से ही शुरू कर दिया था। 16 वर्ष की उम्र में पेले ने क्लब की तरफ से पहला गोल दागा था। इसके बाद उन्होंने ब्राजील के लिए खेला। पेले को आज भी पीली जर्सी में फॉर्वर्ड खेलने के लिए याद किया जाता है।
वर्ष 1958 के वर्ल्डकप में चमके पेले
पेले ने अपने होने का अहसास पूरी दुनिया में तभी करा दिया था जब वर्ष 1958 में वो सिर्फ 17 वर्ष की उम्र में अपना पहला विश्व कप खेलने मैदान पर उतरे थे। ब्राजील की टीम ने वेल्स के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मुकाबले में पहला गोल किया था। इसके बाद फ्रांस के खिलाफ सेमीफाइनल में हैट्रिक जड़ी और फाइनल मुकाबले में स्वीडन के खिलाफ भी दो गोल किए थे। इसके बाद पेले ने जो कारनामे किए वो सब फुटबॉल के इतिहास में दर्ज हो गए। पेले ने ब्राजील को 1962 और 1970 का विश्व कप भी जिताया।