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M.S Dhoni Birthday: क्रिकेटर नहीं फौजी बनना चाहते थे कैप्टन कूल, लंबे संघर्ष के बाद बने थे टीम इंडिया का हिस्सा

महेंद्र सिंह धोनी का नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में गिना जाता है। धोनी एक कामयाब खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं। लेकिन उनकी क्रिकेटर बनने की राह इतनी भी आसान नहीं थी। महेंद्र सिंह धोनी को महान क्रिकेटर बनने के लिए काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा था। बता दें कि आज यानी की 7 जुलाई को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं।
 
धोनी ने अपने स्कूली दिनों से फुटबॉल खेलने की शुरूआत कर दी थी। लेकिन इंडियन टीम का हिस्सा बनने में उन्हें काफी साल लग गए थे। भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने के बाद धोनी ने अपना बल्ला ऐसे घुमाया कि वह जब भी फील्ड पर आते तो पूरे देश की निगाहें उन पर टिक जाती। आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर महेंद्र सिंह धोनी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और शिक्षा
झारखंड के रांची में 7 जुलाई 1981 को महेंद्र सिंह धोनी का जन्म हुआ था। डीएवी जवाहर विद्या मंदिर स्कूल से उन्होंने अपनी शुरूआती शिक्षा पूरी की और इसके बाद 12वीं की पढ़ाई के लिए धोनी ने सेट.ज़ेवियर कॉलेज में दाखिला लिया था। क्रिकेट से लगाव होने के कारण धोनी ने बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी। हालांकि बचपन में धोनी फौज में शामिल होने का सपना देखा करते थे। लेकिन किस्मत में 
कॅरियर
साल 1999 में महेंद्र सिंह दोनी को पहली बार रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला था। इस मैच की दूसरी पारी में धोनी ने नाबाद 86 रन बनाए थे। इस ट्रॉफी के बाद उन्होंने अन्य और व कई घरेलू मैच भी खेले थे। साल 2001-2003 के दौरान  पश्चिम बंगाल में दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत धोनी खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर एक यात्रा टिकट परीक्षक के तौर पर कार्य करने लगे थे। जिसके बाद साल 2004 में महेंद्र सिंह धोनी का सेलेक्शन ‘इंडिया ए’ टीम में कर लिया गया। इस मैच में धोनी पहली बार विकेट कीपर के तौर पर खेलते नजर आए थे। इस मैच में उन्होंने जिम्बावे के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
इस सफर के साथ ही धोनी के वन डे मैच, टी 20 मैच, टेस्ट मैच आदि में शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें भारतीय टीम की कप्तान बना दिया गया। इस जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाया। भारत साल 2009 में धोनी की कप्तानी के तहत ही आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में प्रथम स्थान हासिल कर पाया था। धोनी ने बतौर कप्तान कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। धोनी अपनी फील्डिंग और विकेट कीपिंग से कई बड़े खिलाड़ियों को मुश्किल में डाल देते हैं। बता दें कि धोनी को ‘कैप्टन कूल’ के नाम से भी जाना जाता है। वह हर मुश्किल स्थित में बेहद शांत नजर आते हैं। 
बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी ने 2 वर्ल्ड कप का नेतृत्व किया है। इसके साथ ही साल 2011 में भारत को विश्व कप दिलाया। जबकि साल 2015 के विश्व कप में भारतीय टीम सेमिफाइनल तक पहुंच गई थी। इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने 5 मिलियन अमरीकी डॉलर में धोनी को खरीदा था। फिलहाल वर्तमान में महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई सुपरकिंग्स का नेतृत्व कर रहे हैं। भारतीय टीम के कप्तान रहते हुए धोनी ने कुल 331 इंटरनेशनल मैच खेले हैं और ये वह पहले ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेले हैं। 
अवॉर्ड
साल 2007 में महेंद्र सिंह धोनी को भारत सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड दिया गया था।
साल 2009 में धोनी को पद्म श्री और साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। 
साल 2011 में डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय द्वारा धोनी को मानद डॉक्टरेट की डिग्री दी गई थी। 
इसके अलावा उन्हें मैन ऑफ दी मैच, मैन ऑफ दी सीरीज, आईसीसी ओडीआई प्लेयर ऑफ दी ईयर अवॉर्ड भी जीते हैं। 

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