आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम इंडिया के खिलाड़ी अपने परिवार को साथ नहीं ले जा सकते। दरअसल, बीसीसीआई की नई यात्रा नीति पहली बार इस टूर्नामेंट के जरिए लागू हो रही है। भारतीय टीम को पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ दुबई में खेलना है। इसके बाद 23 फरवरी को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से सामना है। न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला दो मार्च को होना है।
रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया अपने सभी मैच दुबई में खेलेगा, जबकि बाकी टूर्नामेंट 19 फरवरी से पाकिस्तान के 3 शहरों में होगा। चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल 9 मार्च को है, लिहाजा ये दौरा 3 हफ्ते से कम समय का ही है, जिसमें बीसीसीआई खिलाड़ियों के परिवार को साथ जाने की मंजूरी नहीं देगा। नई नीति के तहत 45 दिन या उससे लंबे दौरे पर ही परिवार खिलाड़ियों के साथ अधिकतम दो हफ्ते के लिए जा सकता है।
पीटीआई ने बीसीसीआई के सूत्र के हवाले से लिखा कि, अगर कुछ बदलता है तो बात अलग है, लेकिन अभी तो खिलाड़ियों के साथ उनका परिवार नहीं जा रहा। एक सीनियर खिलाड़ी ने इसके बारे में पूछा था लेकिन उसे बताया गया कि नई नीति का पालन किया जाएगा। बोर्ड की नीति में कहा गया है कि, विदेश दौरे पर 45 दिन या उससे ज्यादा समय भारत से बाहर रहने पर खिलाड़ी की पत्नी और बच्चे अधिकतम दो सप्ताह के लिए साथ रह सकते हैं। इस नीति से अलग जाने पर उन्हें कोच, कप्तान और मैनेजमेंट से मंजूरी लेनी होगी। इससे इतर अवधि के लिए खर्च भी बोर्ड नहीं उठाएगा। ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 1-3 से हार के बाद ये नीति बनाई गई थी।
निजी स्टाफ जैसे मैनेजर, एजेंट और शेफ पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। निजी स्टाफ पहले टीम और कोचिंग ग्रुप के साथ रहता था। नए नियम के अनुसार, कोचिंग स्टाफ के एक सदस्य का निजी सचिव जो नियमित रूप से टीम होटल में रहता था अब अलग होटल में रहेगा। वहीं ऐसा भी माना जा रहा है कि बोर्ड कुछ खिलाड़ियों की विशेष आहार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कुछ शेफ को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहा है।