Breaking News
-
7 लाख रुपये के इनामी 27 वर्षीय नक्सली ने महाराष्ट्र के गोंदिया में आत्मसमर्पण कर…
-
दुनिया के स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो इन दिनों अपने परिवार संग छुट्टियां मना रहे हैं।…
-
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे,…
-
राजधानी दिल्ली में अगले साल होने जा रहे चुनाव में करावल नगर विधानसभा सीट पर…
-
ओटोटी देखने का क्रेज आजकल युवाओं में काफी बढ़ गया है। अगर आप भी ओटीटी…
-
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों का…
-
श्रीनगर । पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित…
-
आज बात उसकी करेंगे जिसकी बात पूरा देश कर रहा है। बात महाकुंभ की, दुनिया…
-
भारतीय जनता पार्टी दिल्ली लोकसभा चुनाव में भले सातों सीटें जीत जाती है लेकिन पिछले…
-
भले ही अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी भले ही दिल्ली की सत्ता…
दुनिया के सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश का सामना अब अगले साल नॉर्वे शतरंज में दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से होगा। टूर्नामेंट यहां 26 मई से 6 जून तक खेला जाएगा। 18 वर्षीय गुकेश ने इस साल टाटा स्टील मास्टर्स जीता, शतरंज ओलंपियाड में भारत को गोल्ड दिलाया, कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में चमके और इसके बाद हाल ही में सिंगापुर में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया।
गुकेश ने इस दौरान कहा कि, मैं दुनिया के सबसे मजबूत खिलाड़ियों में से एक के खिलाफ फिर नॉर्वे में भिड़ने को लेकर रोमांचित हूं। आर्मागेडोंस मजेदार होगा। गुकेश पिछले साल यहां तीसरे स्थान पर रहे थे लेकिन इस बार वर्ल्ड चैंपियन के रूप में कार्लसन को उनके ही घर पर चुनौती देंगे।
बता दें कि, नॉर्वे चेस के संस्थापक और टूर्नामेंट निदेशक जे मेडलैंड ने कहा कि, ये मुकाबला शानदार होगा। देखना दिलचस्प होगा कि वर्ल्ड चैंपियन का सामना नंबर एक खिलाड़ी से कैसा रहता है। पूरी दुनिया की नजर इस पर होगी। नॉर्वे शतरंज में दुनिया के टॉप पुरुष और महिला खिलाड़ी 6 खिलाड़ियों के दोहरे राउंड रॉबिन प्रारूप में खेलेंगे।
डी गुकेश सोमवार को सिंगापुर से वापस लौटे हैं। उन्होंने भारत लौटने पर मैच के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि शतरंज सिर्फ 64 खानों की बिसात वाले खेल की रणनीति के बारे में नहीं है और वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके ऐतिहासिक प्रदर्शन के दौरान भावनात्मक दबाव पर काबू पाने में मानसिक अनुकूलन कोच पैडी अपटन ने उनकी काफी मदद की।