कोलकाता। भारतीय शटलर और ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधू की सिंगापुर ओपन में शुरुआत अच्छी नहीं रही है। ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु और मलेशिया मास्टर्स के विजेता एचएस प्रणॉय को पहले ही राउंड में बाहर होना पड़ा है। गत चैंपियन पीवी सिंधू को दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी जापान की अकाने यामागुची को कड़ी चुनौती पेश करनी पड़ी थी मगर इसके बाद भी वो टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
कोच आए बचाव में
सिंगापुर ओपन में दमदार प्रदर्शन करने में फेल हुई पीवी सिंधू की फॉर्म को लेकर कई सवाल भी उठने लगे है। इन सभी मामलों पर भारत के मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने पीवी सिंधू का बचाव किया है। पुलेला गोपीचंद को लगता है कि चोट से वापसी करने के बाद दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू का अनिरंतर प्रदर्शन चिंता का विषय नहीं होना चाहिए।
सिंधू को मंगलवार को फिर पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा जब वह सिंगापुर ओपन में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी अकाने यामागुची से हारकर बाहर हो गयीं। गोपीचंद ने कहा, ‘‘वह काफी युवा खिलाड़ी है, वह महज 26-27 साल की है। इसलिये चिंता की कोई बात नहीं होनी चाहिए। वह अच्छा खेलना शुरु कर रही है। मुझे भविष्य में उसके अच्छे खेलने की उम्मीद है। ’’ रियो ओलंपिक 2016 में रजत पदक और तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली सिंधू को पिछले साल टखने में चोट लगी थी जिससे वह बीडब्ल्यूएफ महिला एकल रैंकिंग में शीर्ष 10 से भी बाहर हो गयी थी। इस चोट के कारण वह चार महीने तक खेल से दूर रहीं।
कुछ समय से ऐसा है सिंधु का ग्राफ
एक घंटे से अधिक चले मुकाबले में तीन गेम में 21-18 19-21 17-21 से हार झेलनी पड़ी। वह पिछले हफ्ते थाईलैंड ओपन के भी पहले दौर में हार गईं थी। मलेशिया मास्टर्स के रूप अपना पहला बीडब्ल्यूएफ खिताब जीतने के बाद इस टूर्नामेंट में उतरे प्रणय के पास युवा कोडाई नेरोका की चुनौती का कोई जवाब नहीं था। जापान के तीसरे वरीय खिलाड़ी ने 56 मिनट चले मुकाबले में 21-15 21-19 से जीत दर्ज की। प्रणय इस मुकाबले में युवा कोडाई नारोका के सामने नहीं टिक सके। उन्हें 56 मिनट में कोडाई नेरोका ने मात दे दी। एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की पुरुष युगल जोड़ी हालांकि लुकास कार्वी और रोनान लबार की जोड़ी को पहले दौर के मुकाबले में 21-16 21-15 से हराने में सफल रही।