इंडियन प्रीमियर लीग 2023 का अंतिम और फाइनल मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटंस के बीच 28 मई को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। आईपीएल के इस फाइनल मुकाबले को देखने के लिए हर क्रिकेट प्रेमी की नजर इस मैच पर टिकी हुई है। फाइनल मुकाबले को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही है। इस मुकाबले में करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पांचवा खिताब जीतना चाहेंगे। हालांकि उनकी राह में रोड़ा बनकर गुजरात टाइटंस की ‘रन मशीन’ और ऑरेंज कैप के दावेदार शुभमन गिल जरुर आएंगे। शुभमन गिल ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस बार पूरे सीजन में गेंदबाजों की नाक में दम करते हैं और जिनपर काबू पाना गेंदबाजों के लिए काफी मुश्किल साबित हुआ है।
आईपीएल फाइनल में ‘मिडास टच’ के लिये मशहूर एक अनुभवी कप्तान का सामना एक ऐसे युवा बल्लेबाज से है जो तकनीक में भी माहिर है लिहाजा दर्शकों को मनोरंजन की पूरी सौगात मिलेगी। एक भारतीय क्रिकेट का सुनहरा इतिहास है तो दूसरा शानदार मस्तमौला खिलाड़ी। करीब 19 साल पहले जब युवा धोनी भारतीय टीम में पदार्पण की तैयारी कर रहे थे तब चार साल का गिल पाकिस्तान सीमा पर पंजाब के फजिल्का गांव में अपने दादा द्वारा हाथ से बनाये गए बल्ले से अपने बड़े से खेत में खेल रहा था।
रविवार को नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर जब 132000 दर्शक जल्दी ही 42 वर्ष के होने जा रहे धोनी को शायद आखिरी बार पीली जर्सी में देखेंगे तब भारतीय क्रिकेट का भावी सुपरस्टार गिल अपने हाथ में आईपीएल की ट्रॉफी थामने को बेताब होगा। गौरतलब है कि महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में इस बार 10वीं बार चेन्नई सुपर किंग्स ने फाइनल मुकाबले में जगह बनाई है। वहीं लगातार दूसरी बार गुजरात जायंट्स ने फाइनल मुकाबले में एंट्री की है। दोनों टीमें पूरी लीग के दौरान ऑलराउंड परफॉर्मेंस देकर शानदार खेल दिखाती आई है। दोनों टीमों की गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग दमदार रही है।
सीएसके के लिए गिल को रोकना चुनौती
तीन शतक और 851 रन बना चुके गिल के बल्ले पर अंकुश लगाना धोनी की सीएसके के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी। दीपक चाहर की स्विंग या रविंद्र जडेजा की विकेट पर गेंदबाजी। मोईन अली की आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद या मथीषा पथिराना की सीधे पैर पर पड़ती गेंद, कोई नहीं जानता कि तकनीक के धनी गिल की एकाग्रता किस गेंद पर भंग होगी। धोनी के प्रशंसक उन्हें अगले साल फिर खेलते देखना चाहेंगे लेकिन पूरा आईपीएल उन्होंने बायें घुटने पर पट्टी बांधकर खेला है लिहाजा उनके लिये अगले सत्र में फिर खेलना मुश्किल लग रहा है। इसलिये ‘थाला’ (तमिल में बड़ा भाई) के प्रशंसकों के लिये यह धोनी के आखिरी मैच के हर पल को यादों में कैद करने का अवसर है।
वह अधिकांश मैचों में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे हैं लेकिन तुषार देशपांडे जैसे अनुभवहीन गेंदबाज और शिवम दुबे जैसे युवा बल्लेबाज को उन्होंने आत्मविश्वास दिया है। धोनी का करिश्मा कभी खत्म नहीं होगा। उनकी कप्तानी भारतीय क्रिकेट की किवदंतियों का हिस्सा रहेगी।
दूसरी ओर गुजरात के पास हार्दिक पंड्या के रूप में ऐसा कप्तान है जिसका मानना है कि टीम की कप्तानी का एक ही तरीका है जो धोनी से उन्होंने सीखा है। बल्लेबाज मैच जीतते हैं लेकिन गेंदबाज टूर्नामेंट जीतते हैं और यह टाइटंस ने साबित कर दिया है। मोहम्मद शमी (28 विकेट), राशिद खान (27 विकेट) और मोहित शर्मा (24 विकेट) ने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया है। वहीं बल्लेबाजी में गिल के अलावा पंड्या ने 325 रन बनाये हैं। चेन्नई के लिये डेवोन कोंवे (625 रन), रूतुराज गायकवाड़ (564 रन), अजिंक्य रहाणे 13 मैचों में 299 रन बना चुके हैं जबकि दुबे ने 386 रन बनाये हैं। इस आईपीएल में दुबे 33 छक्के लगा चुके हैं।गेंदबाजी में श्रीलंका के पथिराना ने 17 और देशपांडे ने 21 विकेट लिये।
टीमें :
चेन्नई सुपर किंग्स: एमएस धोनी (कप्तान एवं विकेटकीपर), आकाश सिंह, मोइन अली, भगत वर्मा, दीपक चाहर, डेवोन कॉनवे, तुषार देशपांडे, शिवम दुबे, रुतुराज गायकवाड़, राजवर्धन हैंगरगेकर, रवींद्र जडेजा, सिसंडा मगाला, अजय मंडल, मथीशा पथिराना , ड्वेन प्रीटोरियस, अजिंक्य रहाणे, शैक रशीद, अंबाती रायडू, मिचेल सेंटनर, सुभ्रांशु सेनापति, सिमरजीत सिंह, निशांत सिंधु, प्रशांत सोलंकी, महेश तीक्ष्णा।
गुजरात टाइटन्स: हार्दिक पंड्या (कप्तान), शुभमन गिल, डेविड मिलर, अभिनव मनोहर, साईं सुदर्शन, रिद्धिमान साहा, मैथ्यू वेड, राशिद खान, राहुल तेवतिया, विजय शंकर, मोहम्मद शमी, अल्जारी जोसेफ, यश दयाल, प्रदीप सांगवान, दर्शन नलकंडे , जयंत यादव, आर. साई किशोर, नूर अहमद, दासुन शनाका, ओडियन स्मिथ, केएस भरत, शिवम मावी, उर्विल पटेल, जोशुआ लिटिल और मोहित शर्मा। मैच शाम 7.30 बजे शुरू होगा।