आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल 9 मार्च को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। न्यूजीलैंड ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है, जहां उसका सामना रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय टीम से होगा। लाहौर में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल के दौरान तीन शतक लगे। न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र और केन विलियमसन ने शतक जड़े, जबकि डेविड मिलर ने चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास का सबसे तेज शतक लगाया। हालांकि, सेमीफाइनल गंवाने के बाद मिलर ने आईसीसी को चैंपियंस ट्रॉफी के शेड्यूल को लेकर लताड़ लगाई है।
डेविड मिलर इस बात से नाराज हैं कि सेमीफाइनल मुकाबले से पहले अफ्रीका की टीम को दुबई जाना पड़ा और फिर वापस लाहौर आना पड़ा। डेविड मिलर की शतकीय पारी अफ्रीका के काम नहीं आई, क्योंकि टीम 363 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 9 विकेट खोकर 312 रन बना सकी।
चैंपियंस ट्रॉफी का शेड्यूल अन्य टीमों के लिए काफी अजीबोगरीब था। साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया को ग्रुप स्टेज मैच खत्म होने के बाद पहले सेमीफाइनल मुकाबले के लिए पाकिस्तान से दुभई के लिए उड़ान भरनी पड़ी। क्योंकि भारत और न्यूजीलैंड के बीच लीग चरण का आखिरी मुकाबला खेला जाना बाकी था, इस मैच के रिजल्ट से पता चलता कि ग्रुप में टॉप पर रहते कौन सी टीम क्वालीफाई करेगी। वहीं भारत के साथ संभावित मुकाबले के कारण दोनों टीमों को दुबई के लिए उड़ान भरनी पड़ी।
वहीं भारत ने न्यूजीलैंड को आखिरी ग्रुप मैच में शिकस्त दी, जिससे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला सेमीफाइनल खेला गया और इस कारण से दक्षिण अफ्रीका की टीम को दूसरे सेमीफाइनल के लिए पाकिस्तान वापस लौटना पड़ा।
डेविड मिलर ने कहा कि, ये एक घंटे और 40 मिनट की प्लाइट थी लेकिन हमें ये करना पड़ा। जो कि आइडियल परिस्थिति नहीं थी। सुबह का समय था, मैच के बाद हमें यात्रा करनी थी। फिर हम दुबई शाम 4 बजे पहुंचे और हमने सुबह 7 बजकर तीस मिनट पर हमें वापस आना पड़ा। ये इसे अच्छा नहीं बनाता है। ऐसा नहीं है कि हमने पांच घंटे उड़ान भरी और हमारे पास ठीक होने और स्वस्थ होने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन फिर भी एक आदर्श स्थिति नहीं थी।
वहीं मिलर ने भविष्यवाणी की और कहा कि, मैं आपके साथ ईमानदारी से कहूंगा कि मुझे लगता है कि मैं न्यूजीलैंड का समर्थन करूंगा।