दीप्ति शर्मा की शानदार गेंदबाजी के बाद ऋचा घोष (नाबाद 44) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (33) के बीच चौथे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी से भारत ने महिला टी20 विश्व कप ग्रुप बी के मैच में बुधवार को यहां वेस्टइंडीज को 11 गेंद शेष रहते छह विकेट से शिकस्त देकर टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत दर्ज की।
भारत ने अपने शुरुआती मैच में पाकिस्तान को सात विकेट से हराया था। वेस्टइंडीज की टीम की इस प्रारूप में यह लगातार 13वीं हार है।
दीप्ति ने चार ओवर में 15 रन देकर तीन विकेट चटकाये जिससे वेस्टइंडीज की टीम छह विकेट पर 118 रन ही बना सकी।
भारत ने 18.1 ओवर में चार विकेट गंवा कर जीत दर्ज कर ली।
हरमनप्रीत ने 42 गेंद की पारी में तीन चौके लगाये जबकि विजयी चौका जड़ने वाली ऋचा ने 32 गेंद की अपनी नाबाद पारी पांच बार गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा।
इससे पहले स्टेफनी टेलर (42 रन) और शेमैन कैंपबेल (30 रन) ने दूसरे विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी कर मैच में वेस्टइंडीज को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था लेकिन दीप्ति ने एक ही ओवर में दोनों को चलता कर भारत की वापसी करा दी।
दीप्ति इस दौरान टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट लेने वाली भारत की पहली महिला क्रिकेटर बनी।
भारत के लिए रेणुका सिंह (चार ओवर में 22 रन) और पूजा वस्त्राकर (चार ओवर में 21 रन) ने भी एक-एक विकेट लिये।
लक्ष्य का पीछा करते हुए शैफाली वर्मा (28 रन) और स्मृति मंधाना (10 रन) ने शुरुआती दो ओवरों में 28 रन जोड़कर टीम को आक्रामक शुरुआत दिलायी। शैफाली ने शमेला कॉनेल के पहले ओवर में तीन चौके लगाये तो वही स्मृति ने शिनेल हेनरी की खिलाफ लगातार दो चौके जड़े।
तेज गेंदबाजों की पिटाई के बाद वेस्टइंडीज की कप्तान हेली मैथ्यूज (12 रन पर एक विकेट) ने स्पिनरों से गेंदबाजी करने का फैसला किया जो कारगर साबित हुआ।
खुद मैथ्यूज और करिश्मा रामहरख (14 रन पर दो विकेट) ने अगले छह ओवर में रनों पर अंकुश लगाने के साथ नौ रन के अंदर तीन अहम विकेट चटकाये। करिश्मा ने चौथे ओवर में स्मृति को स्टंप कराकर वेस्टइंडीज को पहली सफलता दिलाई तो वही मैथ्यूज ने पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद अर्धशतक लगाने वाली जेमिमा रोड्रिग्स (एक रन) का कैच अपनी ही गेंद पर लपककर भारत को दूसरा झटका दिया।
करिश्मा ने पारी के आठवें ओवर शैफाली का अहम विकेट चटकाया। शैफाली के हवाई स्वीप शॉट को एफी फ्लेचर ने लपकने में कोई गलती नहीं की। उन्होंने 23 गेंद की पारी में पांच चौके लगाये।
इसी ओवर की आखिरी गेंद पर क्षेत्ररक्षण के दौरान टेलर कमर में दर्द के कारण मैदान पर लेट गयी और खेल कुछ देर रुका रहा। उन्हें स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया।
अगले ओवर में गेंदबाजी के लिए आयी फ्लेचर के खिलाफ हरमनप्रीत ने लगातार दो चौके जड़े। इस ओवर से 16 रन बने और भारतीय बल्लेबाजों से दबाव काफी हद तक कम हुआ।
दोनों इसके बाद दौड़कर रन चुराने के साथ बीच-बीच में गेंद को सीमा रेखा के पार भेजना जारी रखा।
पारी के 17वें ओवर में भारत को जीत के लिए चार रन की जरूरत थी जब हरमनप्रीत बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में हेनरी की गेंद पर कैंपबेल को कैच थमा बैठी।
अगले ओवर की पहली गेंद पर ऋचा ने चौका लगाकर टीम को जीत दिला दी।
वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन दूसरे ओवर की पहली गेंद पर ही पूजा वस्त्राकर ने ऋचा घोष के हाथों कैच कराकर कप्तान हेली मैथ्यूज की दो रन की पारी को खत्म किया।
इस सफलता के बाद भारतीय गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज को खुल कर खेलने का मौका नहीं दिया।
कैंपबेल और टेलर ने पांचवें ओवर में गेंदबाजी के लिए आयी राजेश्वरी गायकवाड़ के खिलाफ चौका जड़ दबाव को कुछ कम किया।
पावरप्ले के बाद टीम का स्कोर एक विकेट पर 29 रन था।
टेलर ने इसके बाद रन गति को बढ़ाने का जिम्मा उठाते हुए आठवें से 12वें ओवर तक हर ओवर में एक-एक चौका जड़ा। इस बीच 11वें ओवर में दोनों ने अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की।
अब तक धीमी बल्लेबाजी कर रही कैंपबेल ने 13वें ओवर में पूजा की गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा।
मैच के 14वें ओवर में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गेंद एक बार फिर दीप्ति को थमाई और इस गेंदबाज ने चार गेंद के अंदर कैंपबेल और टेलर को चलता कर टीम की वापसी करायी। टेलर ने 40 गेंद की अपनी पारी में छह जबकि कैंपबेल ने 36 गेंद की पारी में तीन चौके लगाये।
कैंपबेल के रिवर्स स्वीप पर स्मृति मंधाना ने डाइव लगाकर शानदार कैच लपका तो वहीं टेलर पगबाधा हुई।
स्मृति ने अगले ओवर में शिनेल हेनरी (दो रन) को रन आउट किया जिससे वेस्टइंडीज का स्कोर एक विकेट पर 77 रन से चार विकेट पर 79 रन हो गया।
दीप्ति ने राजेश्वरी की गेंद पर 16वें ओवर में शडीन नेशन का कैच टपका दिया। इस बल्लेबाज ने अगले ओवर में देविका वैद्य के खिलाफ दो चौके जड़ टीम के स्कोर को 100 के पार पहुंचाया।
रेणुका ने 19वें ओवर में अपने कोटे की आखिरी गेंद पर शकीबा गजनबी (15 रन) को आउट किया तो वहीं दीप्ति ने आखिरी ओवर में सिर्फ तीन रन दिये और एफी फ्लेचर (शून्य) का विकेट चटकाया। इस प्रारूप में यह उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का 100वां शिकार है।
नेशन 18 गेंद में 21 रन बनाकर नाबाद रही।