भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने शुक्रवार को कहा कि टूर्नामेंट में हार खिलाड़ियों के शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती है।
उन्होंने कहा कि जब वह खेलती थीं तब खिलाड़ियों के कल्याण और मानसिक स्वास्थ्य पर कोई चर्चा नहीं होती थी।
एक कार्यक्रम से इतर सानिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि जब भी उन्हें किसी टूर्नामेंट में हार का सामना करना पड़ा तो उन्हें अपने परिवार और टीम से समर्थन मिला।
उन्होंने अपने खेल के दिनों को याद करते हुए कहा, ‘‘यह मेरे लिए बहुत मुश्किल था क्योंकि उस दौर में हम आमतौर पर मानसिक स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा बात नहीं करते हैं। हमने हाल ही में इस पर चर्चा शुरू की है। दैनिक आधार पर टूर्नामेंट में हार से निपटना काफी मुश्किल था। ’’
सानिया ने पिछले साल फरवरी में टेनिस को अलविदा कह दिया था।
हार से निपटने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘उस दौरान, मैं काफी भाग्यशाली थी कि मुझे अपने परिवार और टीम से समर्थन मिला। मेरी कोशिश दिमाग को स्थिर रखने की थी ताकि ज्यादा नुकसान नहीं हो।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब कोई नुकसान झेल रहा हो तो मानसिक स्वास्थ्य से निपटना वास्तव में कठिन होता है और कभी-कभी खिलाड़ी इससे उबर नहीं पाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए शारीरिक से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक हर चीज को संभालना हर किसी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।