बैडमिंटन की विश्व नंबर 23 खिलाड़ी डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट ने इंडिया ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के दौरान दिल्ली और इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम की स्थितियों की कड़ी आलोचना की। गुरुवार को महिला एकल के दूसरे दौर में हारने वाली ब्लिचफेल्ट ने दिल्ली में स्टेडियम की स्थिति और प्रदूषण पर निराश व्यक्त की है। ब्लिचफेल्ट को लगता है कि, इसके कारण उनकी सारी तैयारी बर्बाद हो गई क्योंकि वह लगातार दूसरे साल टूर्नामेंट के दौरान बीमार पड़ गईं।
ब्लिचफेल्ट ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा कि,आखिरकार भारत में एक लंबे और तनावपूर्ण सप्ताह के बाद आखिरकार घर पहुंच गई हूं। यह लगातार दूसरा वर्ष है जबकि इंडिया ओपन के दौरान मैं बीमार पड़ गई थी। यह स्वीकार करना वाकई मुश्किल है कि कई हफ्तों की मेहनत और तैयारी खराब परिस्थितियों के कारण बर्बाद हो जाती है। यह किसी के लिए भी उचित नहीं है कि हमें धुंध, कोर्ट पर पक्षियों द्वारा फैलाई गई गंदगी और हर तरफ गंदगी के बीच अभ्यास करना और खेलना पड़ा।
साथ ही डेनमार्क की इस खिलाड़ी ने विश्व बैडमिंटन महासंघ को टैग करते हुए लिखा कि, इस तरह की स्थितियां स्वास्थ्य के लिए हानिकारक और अस्वीकार्य हैं। मुझे खुशी है कि मैं पहले दौर में जीत हासिल करने में सफल रही और दूसरे दौर में भी मैंने अच्छा खेल दिखाया लेकिन जिस तरह की स्थिति थी उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं।
ब्लिचफेल्ट ने पहले BWF मीडिया को बताया कि वह पेट में संक्रमण से पीड़ित हैं और मंगलवार रात भार उल्टियां करती रहीं। इसके बावजूद उन्होंने जूली जैकबसेन के खिलाफ अपना पहला राउंड मैच 21-9, 21-14 के स्कोर के साथ जीता। हालांकि, उन्हें गुरुवार को चीन की वांग जी यी के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा और आखिर में 63 मिनट के कठिन मैच के बाद हार झेलनी पड़ी।