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पर्थ । अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश के शानदार खेल के बावजूद भारत बुधवार को यहां तीसरे पुरुष हॉकी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक गोल की बढ़त गंवाकर 1-2 से हार गया। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया को पांच मैचों की श्रृंखला में 3-0 की अजेय बढ़त मिल गई। पहले दो टेस्ट में 1-5 और 2-4 से हारने वाली भारतीय टीम की रक्षापंक्ति और अग्रिम पंक्ति ने बेहतर प्रदर्शन किया। यह भारतीय रक्षापंक्ति के विरुद्ध लगातार आक्रमण करने वाले ऑस्ट्रेलिया की अग्रिम पंक्ति के बीच पारंपरिक मुकाबले की तरह था जिसमें आखिरकार भारतीय रक्षापंक्ति हार गयी।
जुगराज सिंह ने मैच के 41वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर भारत को बढ़त दिलायी लेकिन जेरेमी हेवर्ड (44वें और 49वें) ने दो गोल करके मेहमान टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीसरी जीत दिला दी। भारत ने एकजुटता के साथ मैच में आक्रामक शुरुआत की लेकिन ऑस्ट्रेलिया शुरुआती क्वार्टर में छह पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रहा। ऑस्ट्रेलियाई टीम हालांकि भारतीय रक्षापंक्ति को भेदने में विफल रही। पहले हाफ में शानदार प्रदर्शन के लिए दोनों भारतीय गोलकीपरों (श्रीजेश और कृष्ण बहादुर पाठक) को श्रेय दिया जाना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया को चौथे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के रूप में पहला गोल करने का मौका मिला लेकिन श्रीजेश ने दायीं ओर शानदार डाइव लगाकर हेवर्ड के प्रयास को विफल कर दिया। इसके पांच मिनट बाद ऑस्ट्रेलिया को तीन और पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन टीम ‘द ग्रेट इंडियन वॉल’ (श्रीजेश) से पार पाने में असफल रही।
भारतीय खिलाड़ियों ने भी इसके बाद गेंद पर अच्छी पकड़ बनायी और पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल की लेकिन कप्तान हरमनप्रीत सिंह के प्रयास को ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर ने बचा लिया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले क्वार्टर में दो और मौके बनाये लेकिन भारतीय रक्षा पंक्ति मजबूत रही। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे क्वार्टर में खेल की गति बदलने की कोशिश की और तेज तर्रार हॉकी के साथ भारत पर दबाव बनाये रखा। गोलकीपिंग में श्रीजेश के बाद अब अच्छा करने की पाठक की बारी थी। उन्होंने सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान अरन जाल्वेस्की के प्रयास को अपने सीने से रोका और फिर टिम ब्रांड के प्रहार को गोल पोस्ट से दूर किया। ऑस्ट्रेलिया ने छोर बदलने के बाद भी दबदबा बनाने वाला खेल जारी रखा और जल्द ही एक और सेट पीस हासिल कर लिया लेकिन जोएल रिंटाला की फ्लिक कारगर नहीं रही।
भारत ने अपने दूसरे पेनल्टी कार्नर पर जुगराज के बिजली की गति से लगाये शॉट से बढ़त बना ली। एक गोल से पिछड़ने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने जोरदार हमले के दम पर दो और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए, लेकिन वे श्रीजेश से पार नहीं पा सके। अमित रोहिदास की रक्षात्मक चूक से ऑस्ट्रेलिया को वापसी करने का मौका मिल गया। रोहिदास सर्कल के अंदर पर पकड़ बनाने में नाकाम रहे और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई स्ट्राइकर को रोकने के लिए पेनल्टी स्ट्रोक स्वीकार कर लिया। हेवर्ड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए बराबरी का गोल करने के लिए कदम बढ़ाया। आस्ट्रेलियाई टीम ने अंतिम क्वार्टर में दो और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए और दूसरे मौके पर, हेवर्ड ने अंततः एक शक्तिशाली फ्लिक के साथ श्रीजेश को चकमा दे दिया। हूटर बजने के आठ मिनट पहले सर्कल के बाहरी हिस्से से ललित उपाध्याय की जोरदार हिट को ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर ने रोक दिया। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने अपना 12वां पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन वह इस मौके पर अपनी बढ़त बढ़ाने में नाकाम रहा। श्रृंखला का चौथा टेस्ट शुक्रवार को खेला जायेगा।