भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने कुवैत में एशिया ओलंपिक क्वालीफायर के आयोजकों द्वारा ट्रैप निशानेबाज मानवजीत सिंह को अयोग्य ठहराए जाने को ‘अन्यायपूर्ण’ और ‘अनुचित’ करार दिया है और वह इस मुद्दे को ‘लॉजिकल कन्क्लूशन’ तक ले जाने के लिए तैयार है।
एनआरएआई ने यह भी कहा कि एशियाई निशानेबाज परिसंघ (एएससी) द्वारा पूर्व विश्व चैम्पियन को खराब बंदूक स्टॉक के कारण प्रतियोगिता से प्रतिबंधित करने के लिए नियम ‘अप्रमाणित’ और ‘तुच्छ’ थे।
मानवजीत को शनिवार को टूर्नामेंट पूर्व ट्रेनिंग में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई और रविवार को प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया।
इस अनुभवी निशानेबाज ने हालांकि इसके लिए ‘राजनीति’ को जिम्मेदार ठहराया।
मानवजीत ने आरोप लगाया कि टूर्नामेंट निदेशक (टीडी) राजनीति कर रहे है क्योंकि वे भारत के ओलंपिक कोटा जीतने से घबराये हुए थे।
एनआरएआई के सीनियर उपाध्यक्ष कलिकेश सिंहदेव ने रविवार को पीटीआई को बताया कि इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) और एएससी दोनों के समक्ष उठाया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘एनआरएआई इसे आईएसएसएफ और एएससी के समक्ष उठा रहा है।
कल रात हमने आईएसएसएफ और एएससी में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज की थी जिसमें कहा गया था कि (टूर्नामेंट के) तकनीकी निदेशक की टिप्पणियां बेहद अनुचित और अन्यायपूर्ण हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि आईएसएसएफ इस विशेष एशिया (क्वालीफायर मुद्दे) फैसला करे क्योंकि एएससी, आयोजन समिति और टूर्नामेंट निदेशक द्वारा जिन नियमों का हवाला दिया गया है, उन पर हमारा मानना है कि वे अप्रमाणित और तुच्छ हैं और उन्हें मानवजीत के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है।