टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली शतक जड़ने के बाद फिर से चर्चा का विषय बन गए है। विराट कोहली ने गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में धमाकेदार शतकीय पारी खेलते हुए 12 चौकों और एक छक्के की मदद से 87 गेंदों में 113 रन बनाए। विराट के करियर का ये 45वां शतक रहा था। इस मुकाबले के बाद विराट कोहली मैन ऑफ द मैच बने। सेरेमनी के दौरान उन्होंने ऐसा बयान दिया है जो लगातार चर्चा का विषय बन गया है।
विराट कोहली ने सेरेमनी के दौरान कहा कि, मैंने सीखा है कि हताशा कहीं लेकर नहीं जाती। आपकों चीजों को जटिल बनाने की आवश्यकता नहीं है। मैदान में बिना किसी डर के खेलो। मैं चीजों को पकड़ कर नहीं रखता। उन्होंने कहा कि हर मुकाबले को इस सोच के साथ खेलना चाहिए कि वो अंतिम मुकाबला हो। खेल आगे बढ़ता रहे। मैं हमेशा तो नहीं खेलता रहूंगा। मैं खुश हूं और जहां हूं उसका आनंद ले रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी पारी में कुछ अलग नहीं किया। मेरी तैयारी और इरादा हमेशा एक ही रहता है।
उन्होंने कहा कि मुझे समझ आ गया था कि हमें 25-30 अधिक रनों की जरुरत है। दूसरे हाफ के दौरान परिस्थितियों को समझते हुए बोर्ड पर बड़ा और फाइटिंग स्कोर लाने की कोशिश की। गौरतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में शतक जड़ने के बाद विराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर की बराबरी कर ली है।
दरअसल सचिन तेंदुलकर के नाम भारत में 20 शतक जड़ने का रिकॉर्ड है। अब विराट कोहली ने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की बराबरी कर ली है। सचिन तेंदुलकर ने 164 मैच खेलते हुए 20 शतक जड़े थे जबकि कोहली ने 102 मैचों में ही ये आंकड़ा छू लिया है।
कोहली ने बनाए सबसे अधिक रन
इसी के साथ विराट कोहली ने सबसे कम पारियां खेलते हुए 12500 रन भी पूरे कर लिए है। उन्होंने ये आंकड़ा 257 पारियों में हासिल किया है। जबकि सचिन तेंदुलकर ने ये आंकड़ा 310 और रिकी पॉन्टिंग ने ये आंकड़ा 328 पारियों में पूरा किया था। विराट ने अपनी पारियों में 45 शतक औ 65 अर्धशतक लगाए है।