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फीफा विश्व कप 2026 में क्वालीफाई करने के लिए भारतीय फुटबॉल टीम ने मंगलवार 22 नवंबर को कतर के खिलाफ मुकाबला खेला मगर इस मैच में भारतीय टीम को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा। एशियाई चैंपियन कतर ने फीफा विश्व कप के दूसरे दौर के क्वालीफायर मैच में भारत को 0-3 से हरा दिया।
ग्रुप ए के इस मुकाबले में भारतीय टीम ने कतर को कड़ी टक्कर देने की कोशिश की मगर मेहमान टीम मेजबान टीम पर हावी रही। ओडिशा के कलिंगा स्टेडियम में पूरे 90 मिनट तक चले मुकाबले में कतर की टीम ने एकतरफा दबदबा बनाए रखा। इस मैच में भारतीय टीम ने कुछ मौके गंवा दिए, जिस कारण पूरे मैच का रुख ही बदल गया। अगर इन मौकों को भारतीय टीम ने अपने पक्ष में रखा होता तो मैच काफी अलग रुप में दिखता।
इस मैच में कतर के लिए तीन गोल मुस्तफा तारेक मशाल (चौथे मिनट), अलमेओज अली (47वें मिनट) और यूसुफ अदुरिसाग (86वें मिनट) ने किए। बता दें कि इससे पहले भारतीय टीम कतर को कड़ी चुनौती पेश कर चुकी है। ऐसे में इस मैच में भारतीय टीम के इरादे बेहद बुलंद थे। इससे पहले चार साल पहले वर्ष 2019 में खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम ने कतर को उनके घरेलू मैदान में गोलरहित ड्रॉ पर रोका था। टीम उस मुकाबले से प्रेरणा लेकर मैदान पर उतरी थी लेकिन बमुश्किल गोल करने के कुछ मौके ही बना सकी।
इस मैच में भारतीय टीम के पास पहले हाफ में दो मौके आए थे मगर टीम उन मौकों को भुना नहीं सकी और गंवा बैठी। क्वालीफायर के दूसरे दौर के शुरुआती मुकाबले में 16 नवंबर को कुवैत को 1-0 से हराने वाली भारतीय टीम के पास एक और मौका है। भारतीय टीम के पास ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहते हुए अगले दौर में क्वालीफाई करने का मौका है। मैच की शुरुआत में ही भारतीय रक्षापंक्ति की कलई खुल गई। टीम ने चौथे मिनट में ही एक गोल खा लिया। कॉर्नर से मिली किक पर कतर के तीन खिलाड़ियों ने भारतीय बॉक्स के अंदर पास का आदान-प्रदान किया लेकिन घरेलू टीम का कोई भी डिफेंडर गेंद को छू नहीं सका।
मशाल ने दाएं पैर से जमीनी किक लगाकर गोलकीपर अमरिंदर सिंह को छका कर टीम का खाता खोला। कोच स्टिमक ने अनुभवी गुरप्रीत सिंह संधू के स्थान पर अमरिंदर को मौका दिया था। अकरम अफीफ ने इसके बाद तीन मौके गंवाए जिससे भारतीय टीम बड़े अंतर से पिछड़ने से बच गयी। अफीफ दूसरे मिनट में गोल करने का आसान मौका गंवाने के बाद 14वें, 22वें और 26वें मिनट में टीम के गोल अंतर को बढ़ाने में चूक गये। इसके बाद मशाल के हेडर पर अमरिंदर ने शानदार बचाव किया। मध्यांतर से पहले भारतीय टीम ने दो मौके बनाये जिसमें टीम दूसरे मौके पर करीब से बराबरी करने से चूक गयी।
उदांता सिंह और अनिरुद्ध थापा ने गेंद पर अच्छा नियंत्रण दिखाते हुए लालेंगमाविया राल्टे को पास दिया लेकिन वह बॉक्स के किनारे से अपने शॉट को ठीक से लगाने में विफल रहे। थापा ने इसके बाद एक और आसान मौका गंवाया। उन्हें गोल करने के लिए सिर्फ कतर के गोलकीपर मेशाल बार्शम को छकाना था लेकिन उनका प्रयास गोल पोस्ट के करीब से निकल गया। भारतीय टीम ने पहले हाफ के आखिर में वापसी का दमखम दिखाया लेकिन दूसरे हाफ की शुरुआत में ही अलमेओज अली की गोल से टीम की बढ़त 2-0 हो गयी।
अली ने अफगानिस्तान के खिलाफ 8-1 की जीत में टीम के लिए चार गोल दागे थे। मैच के 63वें मिनट में थापा की जगह मैदान में सहल अब्दुल समद उतरे। दो मिनट पास उनके पास टीम का खाता खोलने का मौका था लेकिन सुरेश सिंह के बनाये मौके को वह भुनाने में नाकाम रहे। मोहम्मद अलबयाती के क्रॉस पर अदुरिसाग ने मैच के 86वें मिनट में गोल कर कतर को 3-0 से आगे कर दिया। भारतीय टीम 2026 विश्व कप क्वालीफायर में अपना अगला मुकाबला अफगानिस्तान के खिलाफ अगले साल 21 मार्च को दुशांबे (ताजिकिस्तान) में तटस्थ स्थल पर खेलेगी।