दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि वह देश के शीर्ष पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के बीच कुश्ती संघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगी। सॉलिसिटर जनरल (SG), तुषार मेहता ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा की पीठ के समक्ष यह बात कही है। दिल्ली पुलिस ने शीर्ष अदालत को प्राथमिकी के बारे में सूचित किया क्योंकि शीर्ष अदालत बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों वाली शीर्ष महिला पहलवानों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। शीर्ष अदालत ने पुलिस अधिकारियों से खतरे का आकलन करने और नाबालिग पहलवान को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा। इस मामले पर 5 मई को फिर से सुनवाई होगी।
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वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में महिला पहलवानों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए निर्देश जारी करने का आग्रह किया। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नाबालिग लड़की को सुरक्षा प्रदान करने के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए एक हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को खतरे की आशंका का पर्याप्त आकलन करने और नाबालिग लड़की को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया। दूसरी ओर पूरे मामले को लेकर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का भी बयान सामने आया है।
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अनुराग ठाकुर ने कहा कि पिछली बार भी मैंने(पहलवानों से) मुलाकात की। उनसे बात कर समिति का गठन किया गया। उस समिति के सामने सभी को पेश होने का अवसर दिया गया। समिति में महिलाओं को ज्यादा तादाद में रखा गया क्योंकि महिला के सामने वो खुलकर अपनी बात रख सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमने निष्पक्ष चुनाव के लिए IOA को अधिकार दे दिया, जिसने कल अपनी एक समिति गठित कर दी। ये समिति वहां पर चयन प्रक्रिया, टूर्नामेंट आयोजन और आंतरिक शिकायत समिति का गठन करेगी। सभी कदम उसी दिशा में है।