पेरिस। फ्रांस फुटबॉल महासघ के अध्यक्ष नोएल ले ग्राएत के अपमानजनक बयान के बाद काइलियान एमबाप्पे ने देश के महान फुटबॉल खिलाड़ी जिनेदीन जिदान का बचाव किया है।
फ्रांस के विश्व कप स्टार एमबाप्पे ने रविवार को ट्वीट किया ,‘‘ जिदान फ्रांस है। लीजैंड का इस तरह अपमान नहीं किया जाता।’’
फ्रांस को 1998 में पहला विश्व कप और 2000 यूरो चैम्पियनशिप जिताने वाले जिदान की गिनती महानतम खिलाड़ियों में होती है। उन्होंने दो विश्व कप फाइनल में गोल किये और एक बार हारे , एमबाप्पे की तरह।
हाल ही में फ्रांस के कोच दिदियेर देसचैम्प्स का अनुबंध जुलाई 2026 तक बढाने वाले ले ग्राएत से आरएमसी के रेडियो टॉक शो पर इन अटकलों के बारे में पूछा गया था कि ब्राजील से टिटे के जाने के बाद क्या जिदान उसके कोच बन सकते हैं।
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इस पर उन्होंने कहा था ,‘‘ अगर ऐसा होता है तो मुझे हैरानी होगी। अगर वह चाहते हैं तो जा सकते हैं, मुझसे इससे कोई सरोकार नहीं है। मैं जिदान से कभी नहीं मिला और फ्रांस फुटबॉल महासंघ ने दिदियेर से अलग होने के बारे में सोचा नहीं।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता अगर जिदान वहां जाते हैं। क्या उसने मुझसे संपर्क करने की कोशिश की , नहीं। मैं फोन भी नहीं उठाता।’’
फ्रांस की खेलमंत्री एमेलिया ओडिया कास्टेरा ने ले ग्राएत का नाम लिये बिना उन्हें जिदान से माफी मांगने के लिये कहा।
उन्होंने कहा ,‘‘ हमारे एक महान खिलाड़ी के बारे में इस तरह की अपमानजनक बात से हम सभी आहत है। फ्रांस के एक शीर्ष खेल महासंघ के अध्यक्ष को ऐसा नहीं कहना चाहिये था। जिदान से माफी मांगे।