भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि सिर्फ लोकेश राहुल की आलोचना करना थोड़ा अनुचित होगा क्योंकि क्योंकि प्रत्येक खिलाड़ी अपने करियर में बुरे दौर से गुजरता है।
पिछली 10 टेस्ट पारियों में राहुल का औसत सिर्फ 12.5 रहा है और इस दौरान वह बार भी 25 रन के आंकड़े को नहीं छू पाए। पिछली 10 पारियों में उन्होंने 08, 10, 12, 22, 23, 10, 02, 20, 17 और 01 रन बनाए हैं जिससे अंतिम एकादश में उनकी जगह पर सवाल उठाने लगे हैं।
शुभमन गिल को अंतिम एकादश में शामिल किए जाने की मांग हो रही है।
गंभीर ने लखनऊ सुपर जाइंट्स द्वारा आयोजित आईपीएल सत्र पूर्व शिविर के दौरान पीटीआई से कहा, ‘‘लोकेश राहुल को भारतीय टीम से बाहर नहीं किया जाना चाहिए। किसी एक खिलाड़ी को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। सभी बुरे दौर से गुजरते हैं। किसी को भी, किसी क्रिकेट विशेषज्ञ या किसी को भी उसे यह नहीं कहना चाहिए कि वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा और टीम से बाहर कर दिया जाएगा।’’
गंभीर लखनऊ की टीम के मार्गदर्शक और राहुल इसी टीम के कप्तान हैं।
गंभीर ने भारत के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा का उदाहरण दिया कि कैसे पूर्ववर्ती टीम प्रबंधन ने उनका समर्थन किया जिससे कि वह टेस्ट क्रिकेट में सफल हो सकें।
रोहित ने जब पारी का आगाज शुरू किया तो पारंपरिक प्रारूप में उन्हें सफलता मिलने लगी।
उन्होंने कहा, ‘‘आपको ऐसे खिलाड़ियों का समर्थन करना होता है जिसमें प्रतिभा है। रोहित शर्मा को देखिए। वह भी खराब दौर से गुजरा। देखिए जिस तरह उसने अपना करियर शुरू किया। उसने देर से सफलता हासिल की। उसके पहले के प्रदर्शन की तुलना अब के प्रदर्शन से कीजिए। सभी उसकी प्रतिभा को देख सकते थे और उसका समर्थन किया। अब नतीजा देखिए। वह शानदार प्रदर्शन कर रहा है। राहुल भी ऐसा ही कर सकता है।’’
गंभीर का मानना है कि अगर टीम आसानी से मैच जीत रही है तो फिर विजयी संयोजन से छेड़छाड़ करने और किसी एक खिलाड़ी को निशाना बनाने का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत 2-0 से आगे है और 0-2 से पीछे नहीं है। इसलिए किसी को बाहर मत कीजिए और टीम के प्रदर्शन की सराहना कीजिए। मुझे लगता है कि भारतीय टीम प्रबंधन लोकेश राहुल का समर्थन करके सही कर रहा है। वह शानदार खिलाड़ी है। उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रन बनाए हैं।’’
आईसीसी टी20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सेमीफाइनल मुकाबले पर गंभीर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत के पास ऑस्ट्रेलिया को हराने की प्रतिभा है। बेशक ऑस्ट्रेलिया की टीम अच्छी है लेकिन मुझे यकीन है कि भारतीय महिला टीम में ऑस्ट्रेलिया को हराने की क्षमता है। अगर आप उन 240 गेंद को ऑस्ट्रेलिया से बेहतर खेलते हैं तो टीम उन्हें हरा सकती है।