बुधवार को खेले गए ऑस्ट्रेलिया बनाम नीदरलैंड्स मुकाबले में मैक्सवेल ने हर किसी को अपने प्रदर्शन से प्रभावित कर दिया। वहीं मैक्सवेल ने आईसीसी वर्ल्ड कप के मैच में जब मैक्सवेल ने 40 गेंदों में वर्ल्ड कप इतिहास का सबसे तेज शतक जड़ा। लेकिन कहा जा रहा है कि मैक्सवेल बीमार थे और उन्होंने नीदरलैंड्स के खिलाफ खेलने से पहले दवाई खाई थी।
बता दें कि, दिल्ली में खेले गए इस मुकाबले से एक दिन पहले मैक्सवेल बीमार थे और ये भी तय नहीं था कि वो बैटिंग करेंगे कि नहीं। वहीं कहा जा रहा है कि, मैक्सवेल ने नीदरलैंड्स के खिलाफ मुकाबले में उतरने से पहले दवा ली थी। लेकिन मैक्सवेल जब बैटिंग के लिए उतरे तो उन्होंने वर्ल्ड कप इतिहास की सबसे तेज सेंचुरी जड़ी।
मैक्सवेल ने शतक जड़कर क्रिकेट प्रेमियों को एबी डीविलियर्स की याद दिला दी। आठ साल पहले यानी 2015 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के महान बल्लेबाज एबी डिविलियर्स वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से पहले बीमार थे और पूरी रात सो नहीं पाए थे। यहां तक कि मैच में उतरने से पहले वह इंजेक्शन लेकर उतरे थे। लेकिन डिविलियर्स ने वनडे इतिहास का सबसे तेज 150 का स्कोर बनाया था। उस दौरान उन्होंने ये कारनामा महज 66 गेंदों में 162 रन की तूफानी पारी खेलते हुए साउथ अफ्रीका को 408 के स्कोर तक पहुंचा दिया।
वहीं मैक्सवेल ने अपनी पारी के दौरान 8 छक्के जड़े जोकि वर्ल्ड कप के एक मैच में किसी ऑस्ट्रेलियाई द्वारा लगाए गए संयुक्त रूप से दूसरे सर्वाधिक छक्कों का रिकॉर्ड है। इस मामले में उन्होंने एडम गिलक्रिस्ट और रिकी पोटिंग की बराबरी कर ली।