आर प्रज्ञानानंदा को सेंट लुई रेपिड एवं ब्लिट्ज टूर्नामेंट में मिला-जुला ड्रॉ मिला है और यह भारतीय ग्रैंडमास्टर यहां अपने अभियान की शुरुआत काले मोहरों से अमेरिका के लेवोन अरोनियन के खिलाफ करेगा।
प्रज्ञानानंदा को मैक्सिम वाचियेर-लाग्रेव और अलीरेजा फिरोजा की फ्रांसीसी जोड़ी, ग्रैंड शतरंज टूर में शीर्ष पर चल रहे अमेरिका के फाबियानो कारुआना और उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसोत्तोरोव खिलाफ सफेद मोहरों से खेलना है जिससे उनके पास टूर पर अपनी वर्तमान तीसरी रैंकिंग से सुधार करने का अच्छा अवसर है।
साल के शुरुआती हिस्से में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद प्रज्ञानानंदा बील मास्टर्स में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए और कुछ महत्वपूर्ण रेटिंग अंक गंवाकर विश्व रैंकिंग में शीर्ष 10 से बाहर हो गए। तेजी से वापसी करने वाले खिलाड़ी के रूप में जाने जाने वाले 19 साल के प्रज्ञानानंद को उम्मीद है कि वह अपनी गलतियों को सुधारेंगे और यहां आखिरी दो प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
कुल इनामी राशि एक लाख 75 हजार डॉलर है और मौजूदा फॉर्म को देखते हुए करुआना खिताब के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं।
अमेरिकी खिलाड़ी ने रोमानिया के बुखारेस्ट में सुपरबेट क्लासिक में चार खिलाड़ियों के टाईब्रेकर में जीत हासिल की थी और फिर क्रोएशिया के जाग्रेब में सुपरयूनाइटेड रेपिड एवं ब्लिट्ज टूर्नामेंट में पांच दौर शेष रहते जीत दर्ज की।
अमेरिका के हिकारू नाकामूरा एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो कभी भी पासा पलट सकते हैं। वह टूर के लिए नौ खिलाड़ियों के पूल में शामिल नहीं होने के बावजूद यहां अपने हमवतन लेनियर डोमिन्गुएज और अरोनियन के साथ तीन वाइल्ड कार्ड प्रतिभागियों में से एक के रूप में खेलेंगे।
विश्व चैंपियनशिप के दो बार के चैलेंजर रूस के इयान नेपोमनियाची भी मजबूत दावेदार हैं।
रेपिड एंव ब्लिट्ज नियमों के तहत खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट में दस खिलाड़ियों के बीच रेपिड के नौ दौर और ब्लिट्ज के 18 दौर होंगे। प्रत्येक रेपिड जीत पर दो अंक जबकि ड्रॉ के लिए एक अंक दिया जाता है।
हालांकि ब्लिट्ज में जीत के लिए एक और ड्रॉ के लिए आधा अंक मिलेगा।
पांच दिवसीय प्रतियोगिता के बाद सिंकफील्ड कप होगा जो इस साल ग्रैंड शतरंज टूर का आखिरी टूर्नामेंट है जिसमें भारत के डी गुकेश भी प्रज्ञानानंदा के साथ चुनौती पेश करेंगे।