बुधवार यानी 17 अप्रैल को गुजरात टाइटंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबला खेला जाएगा। वहीं इस मैच में दोनों ही टीमें निरंतरता हासिल करने की कोशिश करेंगी। पिछले दो चरण की तरह गुजरात टाइटन्स अभी तक एकजुट होकर शानदार प्रदर्शन नहीं कर सकी है, हालांकि उनके पास अपनी कमियों को पूरा करने का अब भी काफी समय है।
गुजरात टाइटन्स ने तालिका में शीर्ष पर चल रही राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 10 अप्रैल को अंतिम गेंद में जीत हासिल की थी। जिसके बाद अगर उसे अपने अभियान में जान फूंकनी है तो उसे दिल्ली के खिलाफ भी ऐसा ही प्रदर्शन करने की जरूरत है। टीम अपने पहले छह मैच में केवल दो में ही जीत सकी है और अभी आठ मैच बाकी हैं तो शुभमन गिल की अगुआई वाली टीम के पास चीजों का रूख बदलने के लिए काफी समय है।
मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति हालांकि उसके लिए नुकसानदायक रही है लेकिन उन्हें अपने सर्वश्रेष्ठ उपलब्ध गेंदबाजों का सही इस्तेमाल करना होगा। उमेश यादव ने अभी तक सात विकेट झटके हैं लेकिन प्रति ओवर 10 से ज्यादा रन लुटाये हैं। उनके नयी गेंद के जोड़ीदार स्पेंसर जॉनसन और अनुभवी मोहित शर्मा भी अपने इकोनोमी रेट में सुधार कर सकते हैं।
स्टार स्पिनर राशिद खान ने अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की है लेकिन वह अपने खाते में और विकेट डालना चाहेंगे। पिछले मैच में उनकी बदौलत गुजरात टाइटन्स रोमांचक जीत हासिल करने में सफल रही और टीम भी उनसे बल्ले से इससे अधिक रनों की उम्मीद करेगी।
वहीं दिल्ली कैपिटल्स की बात करें तो, टीम फॉर्म और फिटनेस मुद्दों के कारण अभी तक अपनी सर्वश्रेष्ठ अंतिम प्लेइंग इलेवन जुटाने में असफल रही है।
पांच मुकाबलों में चार हार के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स पर मिली जीत से टीम का मनोबल बढ़ा। लेकिन अगर उन्हें प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए खुद को दौड़ में बनाये रखना है तो अपनी कमियों में सुधार करके मुकाबले जीतने होंगे।
फिट होकर वापसी करने वाले कुलदीप यादव की मौजूदगी से काफी बड़ा अंतर पड़ा। इस गेंदबाज ने लखनऊ सुपर जायंट्स के तीन विकेट लेकर उसकी बल्लेबाजी पर लगाम कसी।
गुजरात टाइटन्स के लिए कुलदीप का सामना करना, विशेषकर उनकी गुगली को खेलना मुश्किल हो सकता है।
जैक फ्रेजर मैकगुर्क के रूप में दिल्ली कैपिटल्स को तीसरे नंबर पर अच्छा खिलाड़ी मिल गया है और टीम उम्मीद कर रही होगी कि यह आस्ट्रेलियाई अपने पहले आईपीएल मैच की सफलता के बूते आगे बढ़े।
एनरिच नॉर्किया पिछले मैच में नहीं खेले थे, जिनकी गेंदों की बल्लेबाजों ने अभी तक धज्जियां उड़ायी हैं।
मुकेश कुमार ने पांच मैच में 10 रन प्रति ओवर दिये हैं और वह लखनऊ के खिलाफ मैच में भी काफी खर्चीले रहे।
टीम के लिए सबसे सकारात्मक चीज कप्तान ऋषभ पंत की बल्लेबाजी फॉर्म रही है जो प्रत्येक मैच के साथ बेहतर से बेहतर होते जा रहे हैं। यह कहा जा सकता है कि संजू सैमसन और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों से कड़ी प्रतिद्वंद्विता के बावजूद पंत भारत की टी20 विश्व कप की टीम में जगह बनाने के लिए अच्छी स्थिति में है।
दिल्ली कैपिटल्स के पास भारतीय बल्लेबाजी प्रतिभाओं की कमी है जिससे टीम डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ियों पर निर्भर है और यह बल्लेबाज भी पिछले तीन मैच में ज्यादा योगदान नहीं करने के बाद प्रभावित करने के लिए बेकरार होगा।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं
गुजरात टाइटंस: शुभमन गिल (कप्तान), डेविड मिलर, मैथ्यू वेड, रिद्धिमान साहा, रॉबिन मिंज, केन विलियमसन, अभिनव मंधार, बी साई सुदर्शन, दर्शन नालकंडे, विजय शंकर, अजमतुल्लाह उमरजई, शाहरुख खान, जयंत यादव, राहुल तेवतिया, कार्तिक त्यागी, शशांत मिश्रा, स्पेंसर जॉनसन, नूर अहमद, साई किशोर, उमेश यादव, राशिद खान, जोशुआ लिटिल, मोहित शर्मा और मानव सुथार।
दिल्ली कैपिटल्स : ऋषभ पंत (कप्तान), डेविड वॉर्नर, पृथ्वी साव, स्वस्तिक चिकारा, यश ढुल, एनरिच नॉर्किया, ईशांत शर्मा, झाय रिचर्डसन, खलील अहमद, कुलदीप यादव, मुकेश कुमार, प्रवीण दुबे, रसिक डार, विकी ओस्तवाल, अक्षर पटेल, जैक फ्रेजर गुर्क, ललित यादव, मिचेल मार्श, सुमित कुमार, अभिषेक पोरेल, कुमार कुशाग्र, रिकी भुई, शाइ होप, ट्रिस्टन स्टब्स।