यश दयाल ने केकेआर के खिलाफ अपने उस ओवर को एक बार फिर याद किया है। जिसमें उन्हें पांच छक्के पड़े थे। वहीं यश ने बताया कि आज भी इस बात को लेकर तकलीफ होती है। इतना ही नहीं, उस साल आईपीएल खत्म होने के बाद वह बीमार भी पड़ गए थे। दरअसल, इस साल आरसीबी के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे यश दयाल ने तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को दिए इंटरव्यू में कहा है।
बदा दें कि, यश दयाल ने शुरू के दो मैचों में शानदार गेदंबाजी की। उन्होंने सीएसके के खिलाफ तीन ओवर में 28 रन देकर एक विकेट लिया था। इसके बाद पंजाब के खिलाफ चार ओवर में 23 रन देकर एक विकेट झटका था।
आईपीएल की ऑफिशियल साइट पर मौजूद वीडियो में मोहम्मद सिराज ने यश दयाल से बातचीत की है। इस दौरान सिराज ने पूछा कि पांच छक्के खाने के बाद आपकी मानसिक हालत कैसी थी? इसे पचाना किसी भी गेंदबाज के लिए आसान नहीं होता। फिर आपने खुद को कैसे संभाला? इस पर यश दयाल ने जवाब देते हुए कहा कि, ईमानदारी से कहूं तो मैच के बाद मुझे काफी परेशानी हुई। मुझे सोशल मीडिया देखने से मना किया गया था। लेकिन मैंने देख लिया। उन्होंने बताया कि इसके बाद परिवार से बात हुई। मैं काफी दुखी हुआ कि लोग क्या सोचते हैं। हम लोग किस बैकग्राउंड से आते हैं और मैच खेलते हैं। लोग इसका जरा भी ख्याल नहीं रखते हैं।
इसके बाद दयाल ने कहा कि दो-तीन दिन में मेरी तबियत खराब हो गई थी। इसके बाद खेलने उतरा और खुद को मैच पर फोकस किया। उन्होंने आगे बताया कि मुझे पता था कि मैं पहला इंसान नहीं हूं जिसके साथ ऐसा हुआ और मैं आखिरी भी नहीं रहूंगा। मैंने प्रोसेस पर ज्यादा फोकस किया कि उस स्थिति में आऊं कि मैच पर फोकस कर पाऊं। इसके बाद सिराज ने दयास से पंजाब कि खिलाफ मैच में सैम करन को बाउंसर पर आउट करने की रणनीति के बारे में पूछा। इसके जवाब में दयाल ने बताया कि किस तरह से इसको लेकर तैयारी होती है और कोच प्रैक्टिस कराते हैं। गेंदबाजी कोच ने हमें इसके लिए तैयार किया हुआ था, आज इसको डिलिवर किया है।
वहीं इससे पहले सिराज ने दयाल की अभी तक की गेंदबाजी की तारीफ की। साथ ही पूछा कि अहमदाबाद से यहां आकर कैसा महसूस हो रहा है। गौरतलब है कि पिछले सीजन में दयाल गुजरात टाइटंस के साथ थे। जिनका होमग्राउंड अहमदाबाद है। इसके जवाब में दयाल ने बताया कि बचपन से आईपीएल देखते हुए दो टीमों को सबसे ज्यादा फॉलो करते हैं। पहली टीम है सीएसके और दूसरी आरसीबी। यश दयाल कहते हैं कि मुझे पता नहीं था कि अभी खेलने का मौका मिलेगा। यहां आना और खेलना किसी सपने की तरह ही है।