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IBA Women’s Boxing Championship में चमकी भारत की मुक्केबाज, Nikhat Zareen समेत चार ने बनाई फाइनल में जगह, आ सकते हैं Gold Medal

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत के पास चार मेडल आने पक्के हो गए है। भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन (50 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा), नीतू गघांस (48 किग्रा) और स्वीटी बूरा (81 किग्रा) की चौकड़ी ने गुरूवार को खेले गए मुकाबलों में दमदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की है। चारों खिलाड़ियों ने अपने वर्ग में बेहतरीन खेल के जरिए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया।

अब चैंपियनशिप का अगला मुकाबला शनिवार और फिर रविवार को होगा। शनिवार को होने वाले मुकाबले में नीतू गघांस (48 किग्रा) और स्वीटी बूरा (81 किग्रा) मैदान में होंगी। वहीं निकहत जरीन (50 किग्रा) और लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) का मुकाबला रविवार को होगा। बता दें कि फाइनल में पहुंचने के लिए चारों खिलाड़ियों ने बेजोड़ मेहनत की है।

निकहत ने जहां रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया को 5-0 से शिकस्त दी तो वहीं नीतू ने कजाखस्तान की अलुआ बाल्कीबेकोवा पर 5-2 से जीत हासिल की। दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन पहली बार सफल हुई है। फाइनल में जगह बनाने के लिए लवलीना ने चीन की लि कियान पर 4-1 से मात दी है, जिसके बाद उन्होंने पहली बार विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनायी। लवलीना के अलावा स्वीटी बूरा (81 किग्रा) ने आस्ट्रेलिया की सुए एम्मान ग्रीनट्री को 4-3 से धूल चटाकर जीत हासिल की। 

शनिवार और रविवार को होने है मुकाबले
बता दें कि रविवार को लवलीना का फाइनल मुकाबला आस्ट्रेलिया की कैटलीन पार्क से होगा। वहीं स्वीटी बूरा (81 किग्रा) की भिड़ंत चीन की वांग लिना से होगी। निकहत (52 किग्रा वर्ग की मौजूदा चैम्पियन) इस प्रतियोगिता में 50 किग्रा वजन वर्ग में हिस्सा ले रही हैं। अब स्वर्ण पदक के लिए निकहत का सामना वियतना की दो बार की एशियाई चैम्पियन एनगुएन थि ताम से होगा।  

निकहत ने दिखाया दम
निकहत जरीन ने अपनी फुर्ती और रणनीतिक दक्षता से वालेंसिया को पराजित किया और अपने खिताब के बचाव की ओर कदम बढ़ाना जारी रखा। तोक्यो ओलंपिक में भारत की महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को पराजित करने वाली वालेंसिया के खिलाफ निकहत पूरी तैयारी से रिंग में उतरी थीं। निकहत ने पहले दो राउंड में आक्रामण किया और फिर उन्होंने रक्षण किया। सर्वसम्मत फैसले से जीत मिलना निकहत के कौशल और शारीरिक फिटनेस को दिखाता है और तेलगांना की इस मुक्केबाज को फाइनल में पहुंचने के लिये पांच मुकाबले लड़ने पड़े।  

 इस जीत के बाद निकहत ने कहा, ‘‘आज का मुकाबला सर्वश्रेष्ठ रहा। मुझे लगता है कि जब मैं तकनीकी रूप से दक्ष मुक्केबाज से भिड़ती हूं तो बेहतर करती हूं। मैं पहले भी उसके खिलाफ खेली हूं और वह काफी अनुभवी मुक्केबाज है। ’’ इससे पहले नीतू और बाल्कीबेकोवा के बीच मुकाबला पिछले साल के क्वार्टरफाइनल जैसा ही था। इसमें राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन नीतू और बाल्कीबेकोवा ने पहले दौर में एक दूसरे पर जमकर मुक्के जड़े। हालांकि कजाखस्तान की मुक्केबाज ज्यादा हावी रहीं जिससे पहला राउंड 3-2 से उनके नाम रहा। दूसरे राउंड में हालांकि नीतू ने मजबूत वापसी करते हुए दमदार ‘हुक्स’ और ‘जैब्स’ जड़े। दोनों मुक्केबाज एक दूसरे को जकड़ने की कोशिश करती रहीं लेकिन नीतू इस राउंड को अपने नाम करने में सफल रही। 

अगले तीन मिनट काफी तनावपूर्ण रहे जिसमें नीतू ने पिछले चरण की रजत पदक विजेता बाल्कीबेकोवा से बेहतर प्रदर्शन किया जिससे मुकाबले का ‘रिव्यू’ किया गया और उन्हें विजेता घोषित किया गया। नीतू इस्तांबुल में इस मुक्केबाज से पिछली भिड़ंत में हार गयी थीं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछली बार दूर से खेली थी इसलिये मैं उबर नहीं सकी। इस बार मैं काफी करीब से खेली।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अब काफी सुधार किया है जो दिख रहा है। पहले मैं दूर से जवाबी हमले करती थी लेकिन अब मैं परिस्थितियों के अनुसार खेल सकती हूं।’’ नीतू का सामना अब शनिवार को एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता मंगोलिया की लुतसाईखान अल्टांटसेतसेग से होगा। 

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