आईसीसी में कई तरह के नियम हैं जिन्हें समय समय पर लागू किया जाता रहा है। अलग अलग कारणों से नियम बनाए जाते हैं और समय के साथ उनमें बदलाव भी किया जाता रहा है। इसी बीच 12 दिसंबर से वेस्टइंडीज और इग्लैंड के बीच शुरू हो रही सीरीज में एक नए नियम के ट्रायल की शुरुआत की गई है। ये नियम है ‘स्टॉप क्लॉक’ का, जिसका ट्रायल वेस्टइंडीज और इग्लैंड के बीच होने वाली टी20 सीरीज में किया जाना है।
आईसीसी ने इसकी जानकारी दी है कि ट्रायल की शुरुआत मंगलवार को वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच बारबडोस में खेले जाने वाले पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में होगी। इस नए नियम को लागू करने से पहले आईसीसी ने बयान जारी कर बताया है कि स्टॉप क्लॉक के जरिए ओवरों के बीच लगने वाला समय सीमित कर दिया जाएगा। गेंदबाजी कर रही टीम को एक ओवर के बाद 60 सेकेंड के समय में ही अगले ओवर की गेंद फेंकने के लिए तैयार रहना होगा।
अगर दो बार टीम 60 सेकेंड के समय से पहले ओवर फेंकने में समर्थ नहीं रहती है तो उसे दो बार के लिए चेतावनी दी जाएगी। अगर एक ही पारी में तीसरी बार ऐसा करने में नाकाम रहने पर फिल्डिंग कर रही टीम पर पांच रनों की पेनल्टी लगाए जाने का प्रावधान है।
आईसीसी महाप्रबंधक ने दिया ये बयान
आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक वसीम खान ने कहा, ‘‘हमारा ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों में खेल की गति में इजाफे के तरीके ढूंढने पर है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘सफेद गेंद के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक ट्रायल से पहले 2022 में खेलने की नई परिस्थितियों को सफलतापूर्वक लागू किया गया जिसके अनुसार निर्धारित समय में अगर टीम अंतिम ओवर की पहली गेंद फेंकने की स्थिति में नहीं होती है तो उसे अंदरूनी घेरे के बाहर सिर्फ चार क्षेत्ररक्षकों को खड़ा करने की स्वीकृति होगी।’’ वसीम ने कहा, ‘‘ट्रायल खत्म होने के बाद स्टॉप क्लॉक ट्रायल के नतीजों का आकलन किया जाएगा।