भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक दिन पहले हरिद्वार में बड़ा ड्रामा करने वाले पहलवान अब अपने आंदोलन की नयी रूपरेखा तैयार करने में जुट गये हैं तो दूसरी ओर आज उस खबर से हंगामा हो गया कि दिल्ली पुलिस को बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। यह समाचार जैसे ही सामने आया तुरंत पुलिस हरकत में आई और एक बयान जारी किया। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा है कि भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में जांच जारी है और दिल्ली पुलिस को पर्याप्त सबूत नहीं मिलने का दावा करने वाली खबरें ‘‘गलत’’ हैं। दिल्ली पुलिस ने ट्विटर पर कहा, ‘‘कई टेलीविजन चैनलों पर यह खबर प्रसारित की जा रही है कि दिल्ली पुलिस को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज मामलों में पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं और इस संबंध में एक अंतिम रिपोर्ट संबद्ध अदालत में दाखिल की जानी बाकी है।’’ दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘यह स्पष्ट किया जाता है कि यह खबर ‘गलत’ है और इस संवेदनशील मामले में पूरी संवेदनशीलता के साथ जांच जारी है।’’ हम आपको बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।
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दूसरी ओर, बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि यदि आरोप साबित हो जायें तो वह फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार हैं। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यदि आंदोलनरत पहलवानों के पास कोई सबूत हैं तो वह उसे अदालत या पुलिस को क्यों नहीं देते। उन्होंने कहा कि मैंने कहा था कि अगर एक भी आरोप मेरे ऊपर साबित हो जाएगा तो मैं स्वयं फांसी पर लटक जाऊंगा। आज भी मैं उसी बात पर कायम हूं। उन्होंने कहा कि 4 महीने हो गए वो मेरी फांसी चाहते हैं लेकिन सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है तो वो (पहलवान) अपना मेडल लेकर गंगा में बहाने जा रहे हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाने वालों गंगा में मेडल बहाने से बृज भूषण को फांसी नहीं मिलेगी। अगर तुम्हारे पास सबूत है तो न्यायलय को दो और न्यायालय मुझे फांसी देगा तो मुझे वो स्वीकार है।
उधर, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से जांच पूरी होने देने की अपील करते हुए कहा है कि आपको सुप्रीम कोर्ट, पुलिस और खेल विभाग पर विश्वास तो करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम भी चाहते हैं कि खिलाड़ियों ने जो बात उठाई है, उसकी निष्पक्ष जांच हो और जांच के बाद उचित कार्रवाई हो।