भारत की रिदम सांगवान ने अजरबेजान के बाकू में चल रही आईएसएसएफ विश्व कप राइफल/पिस्टल की महिला 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए कांस्य पदक जीता।
रिदम दो बार की ओलंपिक चैंपियन यूनान की स्वर्ण पदक विजेता अन्ना कोराकाकी और यूक्रेन की रजत पदक विजेता ओलेना कोस्टेविच से पीछे तीसरे स्थान पर रहीं।
सरबजोत सिंह और ईशा सिंह दोनों हालांकि 10 मीटर एयर पिस्टल की क्रमश: पुरुष और महिला स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने के बावजूद पदक जीतने में नाकाम रहे।
इस प्रतियोगिता के साथ आईएसएसएफ ने तोक्यो ओलंपिक के प्रारूप में वापसी की।
रिदम ने 60 शॉट के क्वालीफिकेशन में 581 जबकि ईशा ने 579 अंक जुटाए और क्रमश: तीसरे और सातवें स्थान पर रहते हुए आठ निशानेबाजों के 24 शॉट के फाइनल में जगह बनाई।
फाइनल में जगह बनाने वाली एक और ओलंपिक चैंपियन तोक्यो खेलों की मिश्रित टीम विजेता चीन की जियांग रेनशिन ने 588अंक के साथ क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया। वह दूसरे स्थान पर रहीं कोरिया की किम बोमी ने सात अंक आगे रहीं।
यूक्रेन की दिग्गज ओलेना ने 10.6 अंक के साथ शानदार शुरुआत की। भारतीय निशानेबाजों की शुरुआत धीमी रही। ईशा शुरुआती तीन शॉट में नौ अंक तक भी पहुंचने में नाकाम रहीं।
शुरुआती 10 शॉट के बाद अन्ना शीर्ष पर जबकि ओलेना दूसरे स्थान पर थीं। रिदम और ईशा क्रमश: पांचवें और छठे स्थान पर थे।
बीस शॉट के बाद ईशा छठे स्थान पर रहते हुए बाहर हो चुकी थी जबकि रिदम दूसरे स्थान पर चल रही ओलेना से एक और शीर्ष पर चल रही अन्ना से 2.7 अंक पीछे थी।
कड़ी टक्कर देने के बावजूद रिदम यूक्रेन की खिलाड़ी से एक अंक पीछे रहीं। उन्होंने 219.1 अंक जुटाए।
अन्ना ने 241.3 अंक के साथ स्वर्ण जीता जबकि ओलेना ने 240.6 अंक से रजत पदक अपने नाम किया।
ओलंपिक स्पर्धा में रिदम का सीनियर स्तर पर यह पहला व्यक्तिगत पदक है।
स्पर्धा में हिस्सा ले रही एक अन्य भारतीय दिव्या टीएस क्वालीफिकेशन में 575 अंक के साथ 17वें स्थान पर रहीं।