भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट मुकाबले को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम काफी मजबूत स्थिति में है। ये टेस्ट मुकाबला वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को देखते हुए काफी अहम है। इस मुकाबले के दौरान ऑस्ट्रेलिया की टीम को उस्मान ख्वाजा की पारी ने मजबूती दी। मगर उस्मान ख्वाजा को पवेलियन लौटाने में भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी की अहम भूमिका रही।
इस मुकाबले में बल्लेबाजों का बोलबाला देखने को मिला है। इस मुकाबले में बल्लेबाजों का बल्ला जमकर रन उगल रहा है। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया और पहली पारी 480 रनों पर समाप्त की। इसके बाद भारतीय टीम ने तीसरे दिन लंच ब्रेक तक एक विकेट के नुकसान पर 129 रन बनाए है। भारतीय टीम अभी 480 रनों से पीछे है।
इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान कुछ ऐसा वाक्या हुआ जो सभी को हैरान कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा क्रिज पर अंगद की तरह पैर जमाकर खड़े हुए थे। इस दौरान उन्होंने 5 सेशन से अधिक की बल्लेबाजी करते हुए 180 रन बनाए। उस्मान को आउट करने के लिए चेतेश्वर पुजारा का हर दांव विफल साबित हो रहा था। इसी बीच कप्तान रोहित की जगह मैदान पर चेतेश्वर पुजारा कप्तानी करते दिए।
इस दौरान दूसरे दिन के अंतिम सेशन की पहली गेंद पर ही उस्मान ख्वाजा चेतेश्वर पुजारा की कप्तानी में पवेलियन लौट गए। उस्मान ख्वाजा को आउट करने के लिए चेतेश्वर पुजारा ने डीआरएस का सहारा लिया, जिसके बाद उस्मान को एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक अंतिम सेशन में कप्तान रोहित शर्मा किसी कारण से मैदान पर नहीं उतरे। इस सेशन के लिए चेतेश्वर पुजारा ने कप्तानी संभाली। इसी बीच उन्होंने अक्षर पटेल को गेंद थमाई जिसके बाद अक्षर पटेल ने ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभाल रहे उस्मान ख्वाजा का विकेट झटका। अक्षर ने उस्मान के पैड पर गेंद मारी, जिसके बाद भारतीय टीम ने अपील की मगर अंपायर नितिन मेनन ने अपील पर रिएक्शन नहीं दिया। इसके बाद कप्तानी कर रहे चेतेश्वर पुजारा ने डीआरएस मांगा, जिसके बाद साफ हुआ कि गेंद विकेट पर लगी थी। चेतेश्वर पुजारा के डीआरएस की बदौलत उस्मान ख्वाजा ना सिर्फ पवेलियन लौटे बल्कि अपने दौहरे शतक से भी चूक गए।
इतने बड़े विकेट को हासिल करने के बाद ना सिर्फ पूरी भारतीय टीम बल्कि टीम के फैंस बी खुशी से झूम उठे। नियमित कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में चेतेश्वर पुजारा की बदौलत इतना बड़ा विकेट हासिल करना अक्षर और चेतेश्वर दोनों के लिए ही बड़ी उपलब्धि है।