भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के तीन मैचों की 6 पारियों में रजत पाटीदार कुछ कमाल नहीं कर पाए हैं। ऐसे में धर्मशाला में होने वाले आखिरी टेस्ट में उनके बाहर होने की सुगबुगाहट होने लगी थी। लेकिन अब इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार रजत पाटीदार बाहर नहीं किया जाएगा और उनके प्लेइंग 11 में अपनी जगह बरकरार रखने की उम्मीद है।
रजत पाटीदार ने अपने तीन टेस्ट मैचों में 32, 9, 5,0,17 और 0 का स्कोर बनाया है। इसके बाद रजत पाटीदार की आलोचना की गई। लेकिन, भारत के 3-1 की अजेय बढ़त हासिल करने के साथ, टीम प्रबंधन उन्हें अपनी प्रतिभा साबित करने का एक और मौका देना चाहता है।
इंडियन एक्सप्रेस को बीसीसीआई के एक सूत्र ने खुलासा किया कि, टीम चाहता है कि पाटीदार को एक और मौका मिले क्योंकि उन्हें उनकी क्षमता पर विश्वास है। सीरीज पहले ही जीत लेने के बाद, वे पडिक्कल को डेब्यू देने के बजाय उसे एक और मौका देना पसंद करते हैं।
रजत पाटीदार को विराट कोहली के रिप्लेसमेंट के रूप में बुलाया गया था। केएल राहुल के चोटिल होने के बाद उन्होंने दूसरे टेस्ट में डेब्यू किया था। दिलचस्प बात ये है कि अगर केएल राहुल अपनी क्वाड्रिसेप चोट से उबर गए होते और अंतिम टेस्ट के लिए उपलब्ध होते, तो पाटीदार को रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में मध्य प्रदेश के लिए खेलने के लिए रिलीज कर दिया गया होता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अब रजत के पास एक और मौका है।
अंतिम टेस्ट में राहुल की भागीदारी शुरू में उनकी फिटनेस पर निर्भर थी, लेकिन गुरुवार को उन्हें बाहर कर दिया गया। वह फिलहाल लंदन में अपनी चोट का इलाज करा रहे हैं और बोर्ड की मेडिकल टीम उन पर नजर बनाए हुए है।