कप्तान अजय कुमार रेड्डी और सुनील रमेश की नाबाद शतकीय पारियों और दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 248 रन की अटूट साझेदारी के दम पर भारत ने दृष्टिबाधित टी20 विश्व कप के फाइनल में बांग्लादेश को 120 रन से हराकर लगातार तीसरा खिताब जीता।
भारतीय टीम ने महज 29 रन पर दो विकेट गंवा दिया था लेकिन इसके बाद रमेश ने 63 गेंदों में 24 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 136 रन बनाए, जबकि रेड्डी ने 50 गेंदों में 18 चौके की मदद से नाबाद 100 रन बनाए।
दोनों की बड़ी साझेदारी से टीम ने 20 ओवर में दो विकेट पर 277 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
इस बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम 20 ओवर में तीन विकेट पर महज 157 रन ही बना सकी। बांग्लादेश के लिए सलमान ने सबसे ज्यादा नाबाद 77 रन बनाये।
पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहने वाली भारतीय टीम को पुरस्कार में तीन लाख रुपये मिले जबकि बांग्लादेश को डेढ़ लाख रुपये का पुरस्कार मिला।
सलमान ने चौथे ओवर में भारतीय टीम को दो झटके दिये।
उन्होंने एक रन के अंदर वेंकारेश्वर और ललित मीणा को चलता किया।
रमेश और रेड्डी ने इसके बाद बांग्लादेश के गेंदबाजों के खिलाफ मैदान के हर क्षेत्र में रन बनाये। रेड्डी को इस दौरान 40 रन के स्कोर पर जीवनदान मिला।
रमेश ने चौके के साथ टूर्नामेंट का तीसरा शतक पूरा किया तो वही रेड्डी ने 20वें ओवर में अपना सैकड़ा जड़ा।