भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम ने पांच वर्षों के इंतजार के बाद इंटरकांटिनेंटल कप पर कब्जा जमाया है। रविवार को भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम ने कप्तान सुनील छेत्री और लल्लिंजुआला छांगते के गोल के दम पर लेबनान को 2-0 से मात दी।
इस मैच में भारत के लिए पहला गोल कप्तान सुनील छेत्री ने किया। उनके बाद दूसरा गोल लल्लिंजुआला छांगते ने किया। वहीं लेबनान पूरे मैच में एक भी गोल नहीं कर सकी और उसे भारत से शिकस्त झेलनी पड़ी। मैच का पहला हाफ गोल रहित रहा, जिसमें दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। इसके बाद जल्द ही पिता बनने जा रहे 38 वर्षीय सुनील छेत्री ने 46वें मिनट में गोल किया और भारतीय टीम को बढ़त दिलाई। ये गोल छेत्री के करियर का 87वां गोल रहा, जो उन्होंने छांगते की मदद से किया। गौरतलब है कि छेत्री अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे अधिक गोल करने वाले सक्रिय खिलाड़ियों की सूची में तीसरे पायदान पर है।
इस के बाद लल्लिंजुआला छांगते ने मैच के 66वें मिनट में गोल कर टीम को दो बढ़त दिला दी। इस गोल को करने के साथ ही जहां लेबनान की टीम के इरादे पस्त हो गए वहीं भारतीय दर्शक झूम उठे। बता दें कि विश्व रैंकिंग में 99वें स्थान पर काबिज टीम लेबनान को सन्न कर दिया। विश्व रैंकिंग में 101वें स्थान पर काबिज भारत ने दूसरी बार इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। इसे पहले भारतीय टीम ने इंटरकांटिनेंटल कप के शुरुआती सीजन को वर्ष 2018 में जीता था, जिसमें उसने कीनिया को मात दी थी। इसके बाद भारतीय टीम कोई खिताब नहीं जीत सकी थी। यहां तक इंटरकांटिनेंटल कप के दूसरे सीजन में भारतीय टीम अंतिम पायदान पर आई थी।
ऐसा रहा मुकाबला
उमस भरी गर्मी में दोनों टीमों के पास शुरुआती हाफ में बढ़त बनाने का मौका था लेकिन वे इसका फायदा उठाने में नाकाम रहे। यह हाफ उसी तरह था जैसा की दोनों टीमों ने दो दिन पहले राउंड रोबिन चरण के आखिरी मैच को गोलरहित ड्रॉ खेला था। इस दौरान भारत ने गेंद को अधिक समय तक अपने पास रखने पर ध्यान दिया तो वही लेबनान का जोर आक्रमण करने पर था। लेबनान ने भारतीय गोल पोस्ट की तरफ सात बार हमले किये तो वही गेंद को 58 प्रतिशत समय तब अपने नियंत्रण में रखने वाली भारतीय टीम तीन बार ही लेबनान के गोल पोस्ट की ओर आक्रमण कर ली।
मध्यांतर के बाद हालांकि चीजें बदल गयी। सबसे पहले छांगते ने बॉक्स के पास से गेंद को अपने नियंत्रण में लेकर छेत्री को दिया और भारतीय कप्तान ने लेबनान के गोलकीपर अली सबेह को छकाने में कोई गलती नहीं की। टीम ने खिलाड़ियों के शानदार सामंजस्य से इस मौके को बनाया। निखिल पुजारी ने बेहद कम जगह में से लेबनान के खिलाड़ियों के बीच से गेंद को छांगते की ओर धकेला और इस खिलाड़ी ने अपने प्रेरणादायी कप्तान के लिए मौका बनाने में कोई गलती नहीं की।
एक गोल की बढ़त लेने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए छांगते के प्रयास से इस बढ़त को दोगुना कर दिया। स्थानापन्न नाओरेम महेश सिंह ने छेत्री के पास पर गोल करने का प्रयास किया लेकिन लेबनान के गोलकीपर ने उनके प्रयास को विफल कर दिया। गोलकीपर हालांकि गेंद को नियंत्रण में नहीं रख सके जो छिटक कर छांगते के पास गयी और खिलाड़ी ने गेंद को गोल पोस्ट में डाल दिया।