जिंजू। भारतीय भारोत्तोलक बिंदयारानी देवी ने शनिवार को यहां एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप में महिलाओं के 55 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीता। राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता बिंदयारानी ने कुल 194 किग्रा (83 किग्रा + 111 किग्रा) उठाकर दूसरा स्थान हासिल किया। उनका 55 किग्रा भार वर्ग हालांकि ओलंपिक में शामिल नहीं है। बिंदयारानी ने स्नैच में पहले दो प्रयासों में 80 किग्रा और 83 किग्रा भार उठाया।
इसके बाद उन्होंने 85 किग्रा भार उठाने का प्रयास किया लेकिन उसमें वह असफल रही। इस भारतीय खिलाड़ी ने क्लीन एवं जर्क में इसकी भरपाई की तथा दूसरा सर्वाधिक भार उठाकर रजत पदक हासिल किया। इस दौरान उन्होंने पहले प्रयास में 109 और दूसरे प्रयास में 111 किलोग्राम वजन उठाया। हालांकि उनके तीसरे प्रयास को मान्य नहीं माना गया। इस 24 वर्षीय खिलाड़ी ने चयन ट्रायल से पहले चोटिल हो जाने के कारण वापस 55 किग्रा भार वर्ग में भाग लेने का फैसला किया।
उन्होंने इससे पहले 59 किग्रा में भाग लेना शुरू कर दिया था जो कि पेरिस ओलंपिक का हिस्सा है। बिंदयारानी ने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में 59 किग्रा भार वर्ग में हिस्सा लिया था जिसमें वह 25वें स्थान पर रही थी। बता दें कि इस चैंपियनशिप में चीन की चेन गुआन लिंग ने कुल 204 किलोग्राम वजन उठाकर संयुक्त भार के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा किया है। उन्होंने स्नैच में 90 किलो, क्लीन एंड जर्क में कुल 114 किलोग्राम वजन उठाया है। वहीं वियतनाम की क्विन न्हू ने कुल 192 किलोग्राम वजन उठाकर कांस्य पदक अपनी झोली में डाला है।
मीराबाई चानू का ऐसा रहा प्रदर्शन
भारत की स्टार भारोत्तोलक मीराबाई चानू का कूल्हे में समस्या के कारण एशियाई चैंपियनशिप में अभियान उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा और शुक्रवार को यहां स्नैच में जूझने तथा क्लीन एवं जर्क में अंतिम दो प्रयास नहीं करने के कारण वह छठे स्थान पर रहीं। तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई 49 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करते हुए स्नैच में 85 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 109 किग्रा के साथ कुल 194 किग्रा वजन ही उठा सकीं जो 207 किग्रा के उनके निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से 13 किग्रा कम है। स्नैच में मीराबाई का निजी र्स्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88 किग्रा जबकि क्लीन एवं जर्क में 119 किग्रा है। वह क्लीन एवं जर्क में एक प्रयास के बाद ही मुकाबले से हट गईं।