स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और एचएस प्रणय की अगुवाई में भारतीय टीम बीडब्ल्यूएफ सुदीरमन कप में पदक जीतने के उद्देश्य से रविवार को यहां चीनी ताइपे की मजबूत टीम के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
भारत टीम चैंपियनशिप में हमेशा एकल खिलाड़ियों पर निर्भर रहा है और अगर उसको इस विश्व मिश्रित टीम चैंपियनशिप में अपना पहला पदक जीतना है तो एकल खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
थॉमस कप की जीत के बाद टीम चैंपियनशिप में अच्छे प्रदर्शन को लेकर आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम के लिए यह अच्छी खबर है कि उसके पास अब पुरुष वर्ग में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी तथा महिलाओं में त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद के रूप में अच्छी युगल जोड़ियां हैं।
भारत को ग्रुप सी में मलेशिया, चीनी ताइपे और ऑस्ट्रेलिया के साथ रखा गया है। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष पर रहने वाली दो टीम नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी।
भारत ने पिछले महीने एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल करके इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया था।
उसे हालांकि पहले मुकाबले में चीनी ताइपे की टीम की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा जिसके पास ओलंपिक रजत पदक विजेता ताई जु यिंग जैसी खिलाड़ी है।
भारत के पास एकल तथा पुरुष और महिला युगल में अच्छी जोड़ियां है लेकिन मिश्रित युगल उसके लिए कमजोर कड़ी है। मिश्रित युगल में भारत का दारोमदार अश्विनी पोनप्पा और के साई प्रतीक पर टिका रहेगा।
चीनी ताइपे का सामना करने के बाद भारत सोमवार को मलेशिया से भिड़ेगा। वह ग्रुप के अपने आखिरी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगा।
सुदीरमन कप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन क्वार्टर फाइनल में पहुंचना रहा है। वह 2011 और 2017 में अंतिम आठ में पहुंचा था लेकिन कभी इससे आगे नहीं बढ़ पाया। पिछली बार तो भारत नॉकआउट चरण में भी नहीं पहुंच पाया था।
इस प्रतियोगिता में अभी तक चीन का दबदबा रहा है जो अपना 13वां खिताब जीतने की कोशिश करेगा। उसके अलावा जापान,, इंडोनेशिया, कोरिया, थाईलैंड, सिंगापुर और डेनमार्क भी खिताब के दावेदारों में शामिल हैं।