भारतीय फुटबॉल टीम के करिश्माई खिलाड़ी सुनील छेत्री ने आज अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। उन्होंने इस मैच से पहले ही अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था कि ये उनका आखिरी मैच होगा। कुवैत के खिलाफ टीम के अहम फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर का ये मुकाबला कोलकाता में खेला गया। हालांकि, दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला ड्रॉ रहा, 90 मिनट के इस खेल में दोनों में से कोई भी टीम गोल दागने में असफल रही।
सुनील छेत्री भारतीय फुटबॉल का एक अहम हिस्सा रहे। उन्होंने देश के लिए 151 मैचों में 94 गोल किए। इंटरनेशनल गोलस्कोररों की लिस्ट में वह इस समय चौथे नंबर पर हैं। सुनील ने 12 जून 2005 को अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। उन्होंने अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। इस मैच में ही उन्होंने अपना पहला इंटरनेशनल गोल भी दागा। छेत्री ने अपने शानदार करियर में 6 मैचों पर एआईएफएफ प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड भी जीता। इसके अलावा उन्हें 2011 में अर्जुन अवॉर्ड और 2019 में पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया।
भारतीय फुटबॉल टीम के पास इस मैच को जीतकर एशियाई क्वालीफायर के तीसरे दौर के लिए क्वालीफाई करने का एक मजबूत मौका था जिससे फीफा वर्ल्ड कप 2026 में सीधे प्रवेश का मौका मिल सके। लेकिन वह इस मैच को जीतने में नाकाम रही। अब टीम इंडिया 11 जून को दोहा में कतर का सामना करेगी। ये मैच टीम के लिए करो या मरो जैसा होगा। भारतीय टीम ये मैच जीतती है तो वह एएफसी एशियाई कप सऊदी अरब 2027 में भी अपनी जगह पक्की कर सकती है।
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