भारत की मेजबानी में हॉकी विश्व कप 2023 का आयोजन ओडिशा में किया जा रहा है। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अब तक दमदार प्रदर्शन करती आई है। भारत का अगला मुकाबला 22 जनवरी को न्यूजीलैंड की टीम से होना है। इस मुकाबले में जीत हासिल कर भारतीय टीम को सीधे क्वार्टरफाइनल मुकाबले में एंट्री करने का मौका मिलेगा।
इस मुकाबले को क्रॉसओवर मुकाबला कहा जाता है। बता दें कि हॉकी विश्व कप के नियमों के मुताबिक क्रॉस ओवर मुकाबला उन टीमों के बीच खेला जाता है जो पूल में तीसरे नंबर की टीम और दूसरे नंबर की टीम के बीच होता है। इस मुकाबले में जीत हासिल करने वाली टीम को सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में सफलता मिलती है।
ऐसा है पूल डी का हाल
भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में पूल डी का हिस्सा है। एक तरफ जहां इंग्लैंड और भारत की टीम के इस पूल में अंक बराबर है मगर गोल में अंतर होने के कारण इंग्लैंड की टीम काफी आगे है। इंग्लैंड की टीम को मुकाबलों में अधिक गोल करने के कारण सीधे क्वार्टरफाइनल मुकाबलों में एंट्री मिली है। बता दें कि इंग्लैंड की टीम ने कुल नौ गोल किए है। वहीं भारतीय टीम सिर्फ छह गोल ही तीन मुकाबलों में कर सकी है। दोनों टीमों ने कुल तीन-तीन मुकाबले खेले है।
क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद होगा ये
बता दें कि अगर क्रॉस ओवर मुकाबला भारतीय टीम जीतती है तो उसे क्वार्टरफाइनल मुकाबले के लिए डिफेंडिंग चैंपियन बेल्जियम से भिड़ना होगा। बेल्जियम ने 2018 में पहली बार हॉकी विश्व कप का खिताब जीता था। वर्तमान में बेल्जियम की टीम पूल बी का हिस्सा है और शानदार फॉर्म में है। बेल्जियम की टीम कुल 14 गोल अब तक कर चुकी है और अपनी पूल टेबल में भी शीर्ष पर है। बेल्जियम की टीम को क्वार्टरफाइनल में सीधे एंट्री मिल चुकी है।
इन टीमों को भी खेलना है क्रॉसओवर मैच
क्रॉस ओवर मुकाबला सिर्फ भारत और न्यूजीलैंड की टीम के बीच ही नहीं होगा बल्कि अन्य टीमें भी हैं जो क्वार्टरफाइनल मुकाबले की जंग में भिड़ी हुई है। एक अन्य मैच में जर्मनी ने दक्षिण कोरिया को 7-2 से हराकर पूल बी में दूसरा स्थान हासिल किया था। जर्मनी अब 23 जनवरी को भुवनेश्वर में क्रॉसओवर मैच में फ्रांस का सामना करेगा। वह 23 जनवरी को क्रॉस ओवर मैच में अर्जेंटीना से भिड़ेगा।
बता दें कि हॉकी विश्व कप में कुल चार क्रॉस ओवर मुकाबले होने हैं। इन मुकाबलों को 22-23 जनवरी को खेला जाएगा। भुवनेश्वर में ये मुकाबले खेले जाएंगे। इन मुकाबलों में जीत हासिल करने वाली टीमों को क्वार्टरफाइनल में खेलने का मौका मिलेगा। विजेता टीमों की ही हॉकी विश्वकप जितने की रेस जारी रहेगी।