Breaking News

Special Olympics में भारत ने जीते 76 गोल्ड समेत 202 पदक, PM Modi ने दी शुभकामनाएं

स्पेशल ओलंपिक विश्व खेल 2023 में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर भारत को गौरवान्वित किया है। इस टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 202 पदक जीतकर इतिहास रचा दिया है। ये टूर्नामेंटट में रविवार को समाप्त हुआ है, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 76 स्वर्ण पदक जीतने में सफलता पाई है।
 
भारत ने इन खेलों में 76 स्वर्ण के अलावा 75 रजत और 51 कांस्य पदक भी जीते। भारतीय दल में 198 खिलाड़ी और यूनीफाइड साझेदार शामिल थे जिन्होंने 16 खेलों में हिस्सा लिया। इस स्पेशल ओलंपिक विश्व खेल के अंतिम दिन भी खिलाड़ियों ने खास योगदान दिया है। इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने अंतिम दिन दो स्वर्ण पदक जीते, तीन रजत और एक कांस्य पदक जीता है।
 

पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विशेष ओलंपिक विश्व खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए भारतीय खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की है। खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सफलता में देश समावेशिता की भावना का जश्न मनाता है। मोदी ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘‘बर्लिन में विशेष ओलंपिक ग्रीष्मकालीन खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले और 76 स्वर्ण पदक सहित 202 पदक जीतने वाले हमारे असाधारण एथलीटों को बधाई। उनकी सफलता में, हम समावेशिता की भावना का जश्न मनाते हैं और इन उल्लेखनीय एथलीटों की दृढ़ता की सराहना करते हैं।’’ 
 
कुल 198 खिलाड़ियों ने लिया था हिस्सा
स्पेशल ओलंपिक विश्व खेल 2023 में खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन के बाद स्पेशल ओलंपिक भारत की अध्यक्ष डॉ. मल्लिका नड्डा ने बर्लिन खेलों मे भारतीय दल के प्रदर्शन पर कहा कि अधिकतर खिलाड़ियों को भेदभाव का सामना करना पड़ता है। सामाजिक स्तर पर एथलीटों के साथ कई तरह से भेदभाव किया जाता है जो मूल रूप से गलत है। खेल के मैदान में खिलाड़ी जो उपलब्धि हासिल कर रहे हैं वो बेहद शानदार और गौरवान्वित करने वाली है। खिलाड़ी ताकत, गति, एकाग्रता और अनुशासन के दम पर देश के लिए कई मेडल लाए हैं, जो तारीफ के काबिल है।
 
गौरतलब है कि स्पेशल ओलंपिक खेलों को स्पेशल ओलंपियाड के नाम से जाना जाता है, जिसमें बौद्धिक विकलांग खिलाड़ियों को खेल का मंच प्रदान किया जाता है। इस खेल का लक्ष्य है कि विकलांग लोग अपना कौशल विश्व स्तर पर प्रदर्शित कर सकें।

Loading

Back
Messenger