हांगझोउ। भारतीय तलवारबाज तनीक्षा खत्री व्यक्तिगत एपी स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में विश्व के दूसरे नंबर के हांगकांग की खिलाड़ी वाई विवियन से 7-15 से हारकर पदक से चूक गयी गयी। तनीक्षा ने पूल चरण के तीन मैचों को जीत कर नॉकआउट दौर में जगह पक्की की थी। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में अपनी प्रतिद्वंद्वी को सात बार टच किया जो उन्हें सेमीफाइनल में पहुंचाने के लिए काफी नहीं था। अगर वह क्वार्टर फाइनल जीत दर्ज करने में सफल रहती तो भारत के एक नाम इस स्पर्धा में कम से कम एक कांस्य पदक पक्का हो जाता।
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तनीक्षा अंतिम 32 दौर के मुकाबले में अपनी टीम की साथी ईना अरोड़ा को चार अंक (15-11) हराने में सफल रही थी। उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान की शाखजोदा एगंबरडीवा पर 15-10 से जीत हासिल की। इससे पहले पूल चरण में उन्होंने फिलीपींस की आइवी क्लेयर डिनॉय (5-1), मंगोलिया की जोल्बू ओचिरखुयाग (5-0) और यमन की समाह अब्दुल्ला मुस्लेह अलशामी को 5-1 से हराया था। इस दौरान उन्हें सिंगापुर की एले मेइहुई कोह (1-5) और दक्षिण कोरिया की सेरा सॉन्ग 3-5 से हार का सामना करना पड़ा था। पूल चरण के मैचों में शुरुआती पांच टच करने वाला खिलाड़ी विजेता होता है जबकि नॉकआउट चरण में उसे जीत के लिए 15 टच करने पड़ते हैं।
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भारत के दो और खिलाड़ी बिबिश कथिरेसन और देव पुरुषों की फॉइल व्यक्तिगत स्पर्धा में अंतिम 32 के दौर से आगे बढ़ने में नाकाम रहे। कथिरेसन को दक्षिण कोरिया के क्वांघयुन ली ने 15-5 जबकि देव को चीनी ताइपे के यी तुंग वेन ने 15-8 से हराया। राष्ट्रमंडल खेलों की दो बार की स्वर्ण पदक विजेता भावनी देवी तलवारबाजी भी पदक के लिए भारत की सबसे बड़ी उम्मीद है। वह अपना अभियान मंगलवार को शुरू करेंगी। साबरे वर्ग में स्पर्धा करने वाली इस तलवारबाज ने जून में चीन के वुक्सी में आयोजित एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।