बाकू। भारत का आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में अभियान प्रभावहीन तरीके से शुरू हुआ जब गुरुवार को प्रतिस्पर्धा पेश कर रहे छह 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजों में से कोई भी 2024 पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल नहीं कर पाया लेकिन भारतीय पुरूष दस मीटर एयर पिस्टल टीम ने कांस्य पदक जीता।
भारतीय टीम के सदस्यों शिवा नरवाल, सरबजोत सिंह और अर्जुन सिंह चीमा ने 1734 अंक बनाये। जर्मनी की टीम उनसे नौ अंक आगे रहकर रजत पदक जीतने में कामयाब रही। चीन की टीम ने 1749 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता।
नरवाल ने 579, सरबजोत ने 578 और चीमा ने 577 अंक हासिल किये।
चीन की टीम में झेंग बोवेन (587), ल्यू जुनहुई (582) और शी यू (580) शामिल थे।
जर्मनी के लिए रोबिन वाल्टर ने 586, माइकल श्वाल्ड ने 581 जबकि पॉल फ्रोइलिच ने 576 अंक जुटाए।
चीन ने दांव पर लगे चारों स्वर्ण पदक जीते जबकि व्यक्तिगत वर्ग में भारत का कोई निशानेबाज आठ खिलाड़ियों के फाइनल में जगह नहीं बना सका।
क्वालीफिकेशन दौर के बाद नरवाल 17वें जबकि सरबजोत 18वें स्थान पर रहे। चीमा ने 26वां स्थान हासिल किया।
व्यक्तिगत वर्ग का स्वर्ण पदक चीन के बोवेन (244.3) ने जीता। सर्बिया के दामिर मिकेच (240.8) को रजत जबकि बुल्गारिया के किरिल किरोव (215.7) को कांस्य पदक मिला।
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महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में ईशा सिंह (572), पलक (570) और दिव्या टीएस (566) की टीम 1708 अंक के साथ 11वें स्थान पर रही और फाइनल में जगह नहीं बना सकी।
चीन ने 1728 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि हंगरी (1726) को रजत और ईरान (1724) को कांस्य पदक मिला।
व्यक्तिगत वर्ग में इशा क्वालीफिकेशन में 32वें, पलक 40वें और दिव्या 66वें स्थान पर रहीं।
चीन की जियांग रेनशिन (239.8) ने स्वर्ण पदक जीता।
यह टूर्नामेंट 2024 पेरिस ओलंपिक का क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी है।