भारत की चार गुणा 400 मीटर मिश्रित रिले टीम हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से चूक सकती है क्योंकि वह रविवार को कोलंबो में श्रीलंका राष्ट्रीय चैंपियनशिप में सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार करने में विफल रही।
भारतीय टीम अभी विश्व रैंकिंग में 17वें स्थान पर है और क्वालीफाइंग समय रविवार को खत्म हो गया। सत्रह अगस्त को होने वाली स्पर्धा में 16 टीम हिस्सा लेंगी।
रविवार मध्यरात्रि समयसीमा खत्म होने के बाद एथलेटिक्स की वैश्विक संचालन संस्था विश्व एथलेटिक्स संबंधित स्पर्धाओं में क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों के राष्ट्रीय संघों को निमंत्रण भेजेगी। अगर कोई सदस्य देश अपने क्वालीफाई करने वाली खिलाड़ी या रिले टीम को हटाने का फैसला करता है तो क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों की अंतिम सूची दो अगस्त को जारी होगी।
राष्ट्रीय शिविर से जुड़े एक कोच ने कहा, ‘‘हां हमारी चार गुणा 400 मीटर मिश्रित रिले टीम रोड टू बुडापेस्ट सूची में 17वें स्थान पर है जिसमें से 16 टीम क्वालीफाई करेंगी। शीर्ष 16 में से किसी टीम के नहीं हटने की स्थिति में हम टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से चूक सकते हैं।’’
रविवार को अमोज जैकब, ऐश्वर्या मिश्रा, मुहम्मद अनस और हिमांशी मलिक की चार गुणा 400 मीटर टीम श्रीलंका राष्ट्रीय चैंपियनशिप में तीन मिनट 14.70 सेकेंड के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ समय में सुधार करने में विफल रही।
भारतीय टीम ने हालांकि तीन मिनट 17.33 सेकेंड के समय के साथ खिताब जीता और रैंकिंग में 17वें स्थान पर बनी रही।
महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीम भी विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने की दौड़ में नहीं है।
पुरुष चार गुणा 400 मीटर रिले टीम क्वालीफाई करने की दहलीज पर है। टीम अभी 14वें स्थान पर है।
ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, डाइमंड लीग में पदक जीतने वाले लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर और तीन हजार मीटर स्टीपलचेज के अविनाश साब्ले विश्व चैंपियनशिप में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे।