येओसु। भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की स्टार जोड़ी ने अपना स्वप्निल प्रदर्शन जारी रखते हुए रविवार को यहां इंडोनेशिया के फजर अल्फियान और मोहम्मद रियान आर्दियांतो की शीर्ष वरीय जोड़ी पर फाइनल में तीन गेम की जीत से कोरिया ओपन पुरुष युगल खिताब जीत लिया।
साल का चौथा फाइनल खेल रही दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय जोड़ी ने दो बार के विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता अल्फियान और आर्दियांतो की जोड़ी को सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के रोमांचक मुकाबले में 17-21 21-13 21-14 से पराजित किया।
इस तरह सात्विक और चिराग की 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन जोड़ी ने लगातार मैचों में जीत की संख्या 10 कर ली और अपनी उपलब्धियों में इजाफा किया।
भारतीय जोड़ी ने इस साल स्विस ओपन, एशियाई चैम्पियनशिप और इंडोनेशिया ओपन जीता है।
इस जोड़ी का एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता अल्फियान और आर्दियांतो के खिलाफ जीत का रिकार्ड 2-2 से बराबर था जिसमें से अंतिम दो मौकों पर उन्होंने इंडोनेशियाई जोड़ी को पराजित किया था।
शुरु में हालांकि भारतीय खिलाड़ी थोड़े धीमे लगे जिससे वे पहले गेम में पिछड़ रहे थे। लेकिन गेम के अंत में उन्होंने वापसी करते हुए छह अंक जुटाकर अंतर 10-19 कर दिया, फिर भी इसे अपने नाम नहीं कर सके।
भारतीय जोड़ी ने शानदार वापसी करते हुए दूसरे गेम में दबदबा बनाया और तीसरे गेम को जीतकर खिताब अपनी झोली में डाला।
इंडोनेशियाई जोड़ी ने तेज तर्रार सपाट रैलियों से 4-2 की बढ़त बना ली और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वियों को आक्रामक होने का मौका ही नहीं दिया।
सात्विक और चिराग को गलतियों से भी नुकसान हुआ और ब्रेक तक वे सात अंक से पिछड़ रहे थे।
भारतीय जोड़ी ने फिर कुछ अंक तेजी से जुटाये लेकिन इंडोनेशियाई खिलाड़ियों ने 16-7 से बढ़त बना ली थी।
आर्दियांतो ने एक स्मैश लगाया जिससे वे 19-11 से आगे हो गये। भारतीय जोड़ी ने अगले तीन अंक हासिल किये और एक रोमाचंक रैली खेली जिसमें इंडोनेशियाई खिलाड़ी का शॉट नेट में लगा।
सात्विक का लगाया गया स्मैश शॉट अंतर तीन अंक करने में सफल रहा लेकिन अगला शॉट वाइड चला गया जिससे इंडोनेशिया के पास चार गेम प्वाइंट हो गये और उसने पहला गेम हासिल किया।
दूसरा गेम बराबरी की टक्कर से आरंभ हुआ जिसमें दोनों जोड़ियों ने कुछ शानदार रैलियां भी खेली। भारतीय जोड़ी ने तेज और ताकतवर शॉट से रैलियों में दबदबा बनाया।
भारतीय खिलाड़ियों ने 6-4 की बढ़त को 10-8 तक बरकरार रखा जिसमें सात्विक ने अपना पसंदीदा स्मैश भी लगाया। ब्रेक तक भारत ने तीन अंक की बढ़त हासिल कर ली थी। फिर चिराग के क्रास कोर्ट रिटर्न से यह 17-11 हो गया।
जल्द ही सात्विक और चिराग ने नौ गेम प्वाइंट हासिल किये। इनमें से दो उन्होंने गंवा दिये जिसके बाद यह गेम अपने नाम कर निर्णायक गेम में पहुंचे।
तीसरे गेम में सात्विक और चिराग पूरी तरह से दबदबा बनाये थे जिससे उनकी बढ़त 9-6 हो गयी जो ब्रेक तक 11-8 रही।
भारतीयों ने फिर आक्रामक खेल दिखाया और दुनिया की नंबर एक जोड़ी पर दबाब बरकरार रखने में सफल रहे।
चिराग ने फिर भारत को 13-10 से आगे कर दिया। अल्फिया और आर्दियांतो की सारी कोशिश नाकाम हो रही थीं जिससे भारतीय जोड़ी 18-12 से आगे हो ली। अल्फियान ने शानदार बैकहैंड रिटर्न दिया लेकिन अगले को नेट में गिरा बैठे जिससे भारतीयों को सात मैच प्वाइंट मिले। पहले का वे फायदा नहीं उठा सके लेकिन अगले को अंक में तब्दील कर ‘गंगनम’ स्टाइल के डांस से जीत का जश्न मनाया।
शनिवार को भारतीय जोड़ी ने चीन के लियांग वेई केंग और वांग चांग की दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी पर सीधे गेम में रोमांचक जीत से फाइनल में प्रवेश किया था।
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सात्विक और चिराग ने जोड़ी बनाने के बाद कई खिताब अपने नाम किये हैं जिसमें राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक, थॉमस कप का स्वर्ण पदक, विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक के अलावा सुपर 300 (सैयद मोदी और स्विस ओपन), सुपर 500 (थाईलैंड और इंडिया ओपन), सुपर 750 (फ्रेंच ओपन) और इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 में जीत शामिल हैं।
बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर छह स्तर में विभाजित होता है जिसमें विश्व टूर फाइनल्स, चार सुपर 1000 टूर्नामेंट, छह सुपर 750 टूर्नामेंट, सात सुपर 500 टूर्नामेंट और 11 सुपर 300 टूर्नामेंट शामिल होते हैं।
टूर्नामेंट का एक अन्य वर्ग बीडब्ल्यूएफ टूर सुपर 100 स्तर है जिससे भी रैंकिंग अंक मिलते हैं।