भारत की ओलंपिक मेडलिस्ट और स्टार शटलर पीवी सिंधु ने अपने कोच पार्क ताए से खुद को अलग कर लिया है। पार्क ताए-संग के साथ, पीवी सिंधु ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता, साथ ही पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। बैडमिंटन में ओलंपिक मेडल जीतकर इतिहास रचने वाली पीवी सिंधु को लेकर बड़ी खबर है। पीवी सिंधु और उनके कोच पार्क ताए ने अलग अलग राहें चुनने का फैसला किया है। पार्क और सिंधु वर्ष 2019 में साथ आए थे, जिसके बाद से पार्क ही सिंधु की कोचिंग संभाल रहे थे।
पीवी सिंधु ने पार्क ताए के साथ मिलकर तीन बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर टाइलें जीते जिसमें सैयद मोदी इंटरनेशनल, स्विस ओपन और सिंगापुर ओपन शामिल है। बता दें कि उन्होंने बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में महिला एकल स्वर्ण पदक और 2020 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक और फिर 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
वर्तमान में पीवी सिंधु की फॉर्म काफी खराब रही है। वो कई टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन नहीं कर सकी है। ऐसे में पार्क ने सिंधु की हालिया खराब फॉर्म की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि हाल के कुछ मैचों में पीवी सिंधु ने कुछ खराब प्रदर्शन किया है जिसके लिए पूरी जिम्मेदारी मेरी है।
उन्होंने बताया कि सिंधु को नया कोच चाहिए। सिंधु जल्द ही अपने लिए नया कोच ढूंढ लेगी। उनके साथ अगले ओलंपिक्स तक रहने की इच्छा थी मगर ये संभव नहीं होगा। हालांकि उनके साथ बिताया हर पल यादगार होगा। बता दें कि बर्मिंघम खेलों के दौरान सिंधु के टखने में स्ट्रेस फ्रैक्चर हो गया था, जिसके बाद उन्होंने खेल से ब्रेक ले लिया। इस साल की शुरुआत में जनवरी में बैडमिंटन में उनकी वापसी काफी हैरानी भरी रही, क्योंकि उन्हें मलेशिया ओपन और इंडिया ओपन दोनों में पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा था।
सिंधु ने दिया था बयान
इसस पहले सिंधु ने बताया था कि कैसे उनके कोच ने मलेशिया ओपन में पहले दौर की हार की जिम्मेदारी ली थी और पार्क का बचाव किया था क्योंकि उन्होंने जोर देकर कहा था कि चोट से वापसी करना हमेशा मुश्किल होता है।