ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने हाल ही में टीम इंडिया के खिलाड़ियों केपरिवार के दौरे पर रहने के समय को कम कर दिया। बोर्ड ने अपने अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए 16 जनवरी को 10 दिशानिर्देश जारी किए। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटर ने मंगलवार को कहा कि परिवार के आसपास होने से क्रिकेट पर कोई असर नहीं पड़ता है। इसे मैनेज किया जा सकता है।
बटलर ने पहले टी20 से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, मुझे लगता है कि ये अहम है। हम आज के समय में जी रहे हैं जो एक बहुत ही आधुनिक दुनिया है और अपने साथ टूर पर परिवार को ले जाना बहुत बढ़िया है, इसका आनंद लेने की कोशिश करें। मुझे नहीं लगता कि इससे क्रिकेट पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है और ये कुछ ऐसा है जिसे बहुत आसानी से मैनेज किया जा सकता है।
बीसीसीआई के दिशा-निर्देशों में एक पुरानी नीति को वापस लाया गया है, जिसके तहत खिलाड़ियों को अपने परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा 14 दिन रहने की अनुमति होगी, बशर्ते कि उनका दौरा 45 दिनों से लंबा हो। हाल के सालों में विशेष रूप से कोविड की शुरुआत के बाद से खिलाड़ियों को अपने परिवार को दौरे की पूरी अवधि के लिए रहने की अनुमति दी गई थी। ये रिपोर्ट सामने आई थी कि कैसे कुछ खिलाड़ी अनौपचारिक टीम मीटिंग और योजना सत्रों के लिए उपलब्ध नहीं थे। इसके बजाय उन्होंने परिवार के साथ समय बिताना पसंद किया।
साथ ही, बोर्ड ने सभी खिलाड़ियों के लिए टीम बस का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया है। बीसीसीआई के दस्तावेज में कहा गया है कि, सभी खिलाड़ियों से अपेक्षा की जाती है कि वे मैच और अभ्यास सत्रों के लिए टीम के साथ यात्रा करें। अनुशासन और टीम की एकजुटता बनाए रखने के लिए परिवारों के साथ अलग से यात्रा की व्यवस्था करने की नहीं करने की सलाह दी जाती है।