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हर व्यक्ति को अपनी बात रखनी चाहिए, मगर एक सलीके के साथ। किसी भी कंपनी, संस्थान या टीम में काम करने का एक खास तरीका होता है। ये बात इसलिए उठ रही है क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी और आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान केएल राहुल के साथ टीम के मालिक संजीव गोयनका ने भरी महफिल में काफी दुर्व्यवहार किया है। संजीव गोयनका का ये व्यवहार लोगों को नागवार गुजर रहा है।
भरे स्टेडियम में सैंकड़ों कैमरों के सामने पैसों की गर्मी दिखाना शालीन व्यवहार किसी भी स्थिति में नहीं माना जा सकता है। आईपीएल मैच में हारने के बाद खिसियाहट संजीव गोयनका के चेहरे और व्यवहार पर साफतौर पर देखने को मिली। हालांकि उनके व्यवहार को लेकर भी काफी सवाल उठाए जा रहे है। भरे स्टेडियम में ऐसे चिल्लाने की जगह वो मालिक होने के नाते टीम मीटिंग बुला सकते थे और बंद कमरे में अपना गुस्सा जाहिर कर सकते थे। अगर उन्हें केएल राहुल की कप्तानी पर सवाल उठाने थे तो इसके लिए एक तरीका अपनाया जा सकता था, लेकिन भरे स्टेडियम में कई कैमरों और लाखों फैंस के सामने खिलाड़ी पर चिल्लाना अमानवीय है। ऐसे में संजीव गोयनका को अपने व्यवहार में शालीनता लाने की जरुरत थी।
जानें केएल राहुल की कहां है गलती
क्रिकेट जो किसी समय में जेंटलमेन्स गेम हुआ करता था अब एक बिजनेस बन चुका है, जिसमें आईपीएल खासतौर से शामिल है। आईपीएल अब एंटरटेनमेंट, ग्लैमर और पैसों का मिलाजुला संगम बन चुका है। ये सिर्फ हर तरह से पैसे कमाने का अड्डा है, जिसके जरिए टीम से जुड़ा हर व्यक्ति कमाई करना चाहता है। शायद पैसे कमाने की इच्छा से ही कोलकाता के बिजनेस टायकून संजीव गोयनका के आरपी-एसजी ग्रुप ने 7090 करोड़ रुपये की बहुत मोटी रकम चुका कर लखनऊ की फ्रेंचाइजी खरीदी थी। इस फ्रेंचाइजी का कप्तान केएल राहुल को बनाया गया है, जिन्हें सिर्फ दो महीने के लिए 17 करोड़ रुपये की मोटी रकम चुकाई जा रही है। ऐसे में इतनी मोटी रकम लेने वाले खिलाड़ी से कंपनी का मालिक भी शानदार रिटर्न की उम्मीद जरुर करेगा। खिलाड़ियों से भी उन्हें उम्मीद होगी की वो स्टेडियम में ऐसा खेल दिखाएं की चौकों छक्कों की बौछार होती रहे। अगर ऐसा नहीं होगा तो कंपनी के मालिक का गुस्सा तो फूटेगा ही।
वहीं अगर केएल राहुल की बात करें तो उन्हें लखनऊ ने पंजाब किंग्स से रिलीज कर 2022 में टीम में शामिल किया था। संजीव गोयनका ने केएल राहुल की सीनियरिटी पर भरोसा जताते हुए उन्हें टीम की कमान सौंपी थी। टीम इंडिया में किसी समय केएल राहुल कप्तानी की रेस में भी शुमार थे, ऐसे में उनसे उम्मीद थी की लखनऊ की टीम को वो ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। मगर केएल राहुल मालिक की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके।