फीफा विश्व कप 2022 में अर्जेंटीना की टीम से फाइनल मुकाबले में पेनल्टी कॉर्नर में हार का सामना करने के बाद फ्रांस की टीम उस हार का दर्द अब तक नहीं भूल सकी है। 18 दिसंबर को खेले गए फीफा विश्व कप के फाइनल मुकाबले में हार का सामना करने के बाद अब फ्रांस की टीम एक बार फिर से मैदान पर लौटने वाली है।
फ्रांस की टीम 25 मार्च को नीदरलैंड्स के खिलाफ मुकाबला खेलने के लिए मैदान पर उतरेंगे। फ्रांस यूरो 2024 के लिए क्वालीफायर खेलने के लिए मैदान पर उतरेगी। इस मुकाबले में फ्रांस की टीम की कप्तानी स्टार खिलाड़ी किलियन एम्बाप्पे करते दिखेंगे। किलियन एम्बाप्पे द्वारा फ्रांस की कप्तानी किए जाने के बाद से ही फ्रांसीसी खेमे में थोड़ा हड़कंप मच गया है। किलियन एम्बाप्पे को कप्तान बनाए जाने से पहले माना जा रहा था कि एंटोनी ग्रीज़मैन को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। फ्रांस के मैनेजर डिडिएर डेसचैम्प्स ने युवा फ्रेंच स्ट्राइकर में अपना विश्वास रखने का फैसला किया।
फ्रांस के मैनेजर डिडिएर डेसचैम्प्स द्वारा कप्तान बनाए जाने के बाद एम्बाप्पे ने कप्तान के तौर पर उनसे की जाने वाली अपेक्षाओं के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि डेसचैम्प्स की उम्मीद है कि में अपनी टीम को साथ लेकर आउँ। मैं टीम के बीच के खिलाड़ियों की कड़ी हूं। मैं अपने देश की टीम का कप्तान हूं। ये एक नई जिम्मेदारी है जिससे खिलाड़ी बच नहीं सकता है। इस जिम्मेदारी को मैं सहजता के साथ निभाउंगा। इससे मेरे खेल में किसी तरह का बदलाव नहीं आएगा मगर मेरे व्यवहार में इसका असर देखने को मिलेगा।
उन्होंने इस फैसले के बारे में ग्रीज़मैन की भावनाओं का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि ये एक यह अपेक्षित प्रतिक्रिया है। डेसचैम्प्स युग के दौरान वह शायद सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। मैं उनका टीम में श्रेष्ठ नहीं हूं। हम साथ में मिलकर वैश्विक स्तर पर अपनी टीम को स्थापित करने की कोशिश करेंगे। अगर डेसचैम्प्स को टीम को कुछ कहना होगा तो मैं भी टीम के ही साथ उसे सुनूंगा।
लगातार दो विश्व कप जीतने की अपनी महत्वाकांक्षा को हासिल करने में नाकाम रहने के बाद, लेस ब्लूज़ यूरो ट्रॉफी उठाकर पूरे यूरोप पर हावी होने के इच्छुक होंगे। फ्रांस की टीम के लिए अजेय नीदरलैंड्स टीम को पछाड़ना आसान काम नहीं होगा, लेकिन उनकी आक्रमण क्षमता के साथ फ्रांस में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ रक्षा क्षेत्र को भेदने की क्षमता है।