तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन और मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने सोमवार को यहां एलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में जीत के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किये जबकि रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) ने 10 पदकों के साथ टीम ट्रॉफी जीती।
असम की लवलीना ने सेना खेल संवर्धन बोर्ड (एसएससीबी) की अरुंधति चौधरी को 75 किग्रा फाइनल में 5-0 से हराया, जबकि निकहत को 50 किग्रा में आरएसपीबी की अनामिका से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा।
उन्होंने हालांकि 4-1 के फैसले के साथ अपने खिताब का बचाव किया।
विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता मंजू रानी ने प्रतियोगिता के आखिरी दिन आरएसपीबी के दबदबे का नेतृत्व किया। उन्होंने 48 किग्रा फाइनल में तमिलनाडु की एस कलाइवानी को 5-0 से शिकस्त दी। शिक्षा (54 किग्रा), पूनम (60 किग्रा), शशि चोपड़ा (63 किग्रा) और नूपुर (81 किग्रा से अधिक) आरएसपीबी के अन्य स्वर्ण पदक विजेता बने। आरएसपीबी ने तीन रजत और दो कांस्य पदक भी जीते।
चैम्पियनशिप का रजत पदक मध्यप्रदेश (एक स्वर्ण, दो रजत और पांच कांस्य) और कांस्य पदक हरियाणा (दो स्वर्ण और दो कांस्य पदक) के नाम रहा।
युवा विश्व चैम्पियनशिप 2021 में स्वर्ण पदक जीतने वाली मुक्केबाज सनामाचा चानू ने 70 किग्रा वर्ग में मध्यप्रदेश की श्रुति यादव को 3-2 से हराया।
हरियाणा की मनीषा (57 किग्रा) और स्वीटी (81 किग्रा), एसएससीबी की साक्षी (52 किग्रा), मध्य प्रदेश की मंजू बम्बोरिया (66 किग्रा) ने भी टूर्नामेंट में अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीते। इस प्रतियोगिता में 12 वर्गों में 302 मुक्केबाजों ने भाग लिया।