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बेहतरीन उलटफेरों से भरपूर रहा है FIFA World Cup, छोटी टीमों ने दिखाया दमदार खेल

फीफा विश्व कप 2022 में इस बार कई तरह के उलटफेर देखने को मिले है। ये फीफा विश्व कप पूरी तरह से अप्रत्याशित नतीजों से काफी आश्चर्यजनक रहा है। इस विश्व कप में कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो पूरे साल अलग अलग क्लबों में जुड़कर एक साथ खेलते हैं मगर विश्व कप में एक दूसरे के विरोधी बनकर मैदान में उतरे हैं। ऐसे में हर खिलाड़ी एक दूसरे की कमी और ताकत के बारे में भली भांति परिचित हैं। शायद यही कारण रहा कि मोरक्को ने स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नेतृत्व वाली पुर्तगाल को नॉकआउट कर सबको चौंका दिया। 

मोरक्को की टीम में भले ही कोई बड़ा खिलाड़ी नहीं है। मगर सभी टीम में एकजुट होकर खेल रहे है। ऐसा ही कुछ पुर्तगाल के खिलाफ हुए मुकाबले में देखने को मिला जब मोरक्को की टीम एक और गोल करने में सफल हो सकती थी। मोरक्को की टीम को अब सेमीफाइनल मुकाबले में पिछली बार की विजेता टीम फ्रांस से भिड़ना है। अगर इस मुकाबले में मोरक्को ने फ्रांस को मात दे दी तो ये कोई बड़ी हैरानी की बात नहीं होगी। इंग्लैंड और फ्रांस के बीच हुए मुकाबले में भी ऐसा कोई बड़ा उलटफेर देखने को नहीं मिला। इस मुकाबले में हैरी केन काफी आक्रामक दिखे। मगर इस मुकाबले में फ्रांस की टीम ने शानदार फीनिशिंग की थी।

फ्रांस के ह्यूगो लोरिस ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। लोरिस ने जिस तरह से मुकाबले के दौरान गोल रोके वो क्षमता उत्कृष्ट है। उन्होंने मैच के दौरान दमदार खेल दिखाते हुए कई गोल बेहतरीन तरीके से रोके और फ्रांस की टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाने में मदद की। इस टूर्नामेंट में एम्बाप्पे-झिउ-ग्रीज़मैन एक अप्रतिरोध्य जोड़ी बन गई है। इस तिगड़ी के बीच कई खिलाड़ी फंसते हैं, जिससे इनकी टीम को काफी लाभ होता है। इंग्लैंड की टीम के लिए हैरी केन ने भी पेनल्टी पर पोस्ट किया था। वहीं विश्व कप जैसे बड़े और तनावपूर्ण टूर्नामेंट में ऐसा होना आम है। इस टूर्नामेंट में कई बड़े खिलाड़ी भी पेनल्टी गोल करने से चूक गए। फुटबॉल ऐसा ही अनिश्चितताओं से भरपूर खेल है। वैसे जानकारों का मानना है कि इंग्लैंड ने जिस तरह का खेल दिखाया उसके बाद मैच का परिणाम ड्रॉ होना चाहिए था। अगर ये मुकाबला अतिरिक्त समय तक खेला जाता तो ये रोमांच से भरपूर मुकाबला होता। कई जानकारों ने इंग्लैंड और फ्रांस के बीच हुए मुकाबले को टूर्नामेंट के बेहतरीन मुकाबलों में शामिल किया है।

टूर्नामेंट में मोरक्को ने जिस तरह से पुर्तगाल की टीम को बाहर कर सेमीफाइनल का सफत तय किया वो एक अप्रत्याशित परिणाम ही है। बता दें कि मोरक्को की टीम में अधिकतर खिलाड़ी यूरोपीय प्रतियोगिताओं में खेलते हैं, जिससे वो अनुभव व कौशल के मामले में सभी खिलाड़ी पीछे नहीं है। मोरक्को के खिलाड़ी पूरी रणनीति और योजना के साथ आगे बढ़ रहे हैं। टीम के खिलाड़ी कोच की बात मानकर ही टूर्नामेंट में आगे बढ़ रहे है। मुकाबले के दौरान टीम हमला करने में अच्छी है। खास बात है कि मोरक्को की टीम अरबी बोलती है ऐसे में कतर में टीम की काफी अच्छी लोकप्रियता मिल रही है। 

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