भारत और पाकिस्तान की पुरुष हॉकी टीम को चीन के हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों के लिए एक ही ग्रुप में रखा गया है जहां इन दोनों टीमों का सामना 30 सितंबर को होगा।
भारत और पाकिस्तान को जापान, बांग्लादेश, सिंगापुर और उज्बेकिस्तान के साथ ग्रुप ए में रखा गया है। भारत अपना पहला मैच 24 सितंबर को उज्बेकिस्तान से खेलेगा।
भारतीय महिला हॉकी टीम को भी ग्रुप ए में रखा गया है जहां उसका सामना हांगकांग, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और मलेशिया से होगा। भारतीय महिला टीम अपने अभियान की शुरुआत 27 सितंबर को सिंगापुर के खिलाफ करेगी।
अभी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय पुरुष टीम का नेतृत्व कर रहे हरमनप्रीत सिंह ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ हमें अपने पूल में कुछ मजबूत टीमों के साथ रखा गया है, जिसमें जापान भी शामिल है। जापान ने जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। हम सभी टीमों के साथ एक जैसे रवैया अपनायेंगे और किसी भी मुकाबले को हल्के में नहीं लेंगे।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ हमें पहले से ही एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में इनमें से कुछ देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिल रहा है और हम भविष्य में इस अनुभव का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे कोच ने हमें अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ हमेशा तैयार रहना सिखाया है। हम हांग्झोउ एशियाई खेलों के लिए अपनी सभी प्रतिद्वंद्वी टीमों का आकलन करेंगे। हम उनकी ताकत और कमजोरियों के बारे में जानने के लिए वीडियो फुटेज का सहरा लेंगे और उसी के मुताबिक अपनी योजना बनायेंगे।’’
पुरुष वर्ग के ग्रुप बी में दक्षिण कोरिया, मलेशिया, चीन, ओमान, थाईलैंड और इंडोनेशिया जबकि महिला वर्ग के ग्रुप बी में जापान, चीन, थाईलैंड, कजाकिस्तान और इंडोनेशिया शामिल हैं।
भारतीय पुरुष टीम उज्बेकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने के बाद 26 सितंबर को सिंगापुर तथा 28 सितंबर को जापान से भिड़ेगी। पाकिस्तान से उसका मुकाबला 30 सितंबर को होगा जबकि लीग चरण में उसका आखिरी मैच दो अक्टूबर को बांग्लादेश से होगा।
जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने के बाद भारतीय महिला टीम स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करेगी।
भारतीय महिला टीम की कप्तान सविता ने कहा, ‘‘ हमें अपने पूल में कुछ मजबूत टीमों के साथ रखा गया है। हमें प्रतियोगिता में अच्छा परिणाम हासिल करने का विश्वास है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हांगझोउ एशियाई खेल एक महत्वपूर्ण आयोजन है। इसका महत्व इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि इससे ओलंपिक क्वालीफिकेशन सुनिश्चित होगा। सभी खिलाड़ी खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के सामान्य लक्ष्य से एकजुट हैं। हम अगर ऐसा करने में सफल रहे तो उम्मीद है कि हमारा अभियान पोडियम पर खत्म होगा, चाहे हम प्रतियोगिता में किसी भी टीम का सामना करें।’’
पुरुष वर्ग का फाइनल छह अक्टूबर को जबकि महिला वर्ग का फाइनल इसके एक दिन बाद खेला जाएगा।