भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी विश्व कप में शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। उन्होंने विश्व कप क्रिकेट सीरीज के 48 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है। हालांकि, यह बात भी सच है कि परेशान होकर मोहम्मद शमी ने 3 बार आत्महत्या करने के बारे में सोचा था। उत्तराखंड की खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार अब मोहम्मद शमी के सफर को लेकर एक किताब लेकर आ रहे है जिसका नाम है ’30 डेयज विद शमी’। इस किताब में मोहम्मद शमी को लेकर कई खुलासे किए गए है।
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मोहम्मद शमी के शानदार प्रदर्शन पर उमेश कुमार ने एक्स पोस्ट में लिखा कि ये वही लड़का जिस पर इसकी पत्नी ने बलात्कार और दहेज का मुक़दमा लगवाया था। ये वही लड़का है जिस पर इसकी पत्नी ने पाकिस्तान के साथ मैच फिक्सिंग के पैसे लेने का आरोप लगाकर जाँच शुरू करवायी थी। ये वही लड़का है जो आत्महत्या करना चाहता था। ये वही लड़का है जिसकी माँ, बहन, भाई को जेल भिजवाने की साज़िशें रची गई। ये वही लड़का है जिसको झूठे आरोपों के चलते वर्ल्ड कप शुरू होने से दो दिन पहले कोलकाता कोर्ट के कठघरे में मुजरिम की तरह आँख में आँसू लेकर जमानत के लिए खड़ा होना पड़ा था। कहानी अभी बाक़ी है मेरे दोस्त।
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भारतीय टीम के टॉप स्टार बन चुके मोहम्मद शमी जब कहते हैं कि कुछ साल पहले उनके मन में तीन बार आत्महत्या के ख्याल आए थे तो क्या आप इस पर यकीन कर सकते हैं? मोहम्मद शमी ने कहा कि साल 2015 उनके क्रिकेट करियर का सबसे कठिन दौर था। विश्व कप सीरीज के बीच में ही चोटिल होने के कारण वह 18 महीने तक क्रिकेट के मैदान पर वापसी नहीं कर सके। शमी ने यह भी बताया कि फिर जब उन्होंने दोबारा क्रिकेट खेलना शुरू किया तो उनकी अपनी परेशानियां थीं। अगर उस वक्त उनका परिवार उनके साथ नहीं होता तो वह उस समस्या से उबर नहीं पाते। उस दौरान तीन बार आत्महत्या के विचार आये। जब वह अच्छे मूड में नहीं होता तो कोई न कोई उसके लिए 24 घंटे मौजूद रहता है। परेशानी चाहे कोई भी हो, अगर परिवार आपके साथ है तो आप जरूर ठीक हो सकते हैं। हो सकता है कि अगर उस समय उनका परिवार उनका साथ नहीं देता, तो संभव है कि उन्होंने कोई गलत निर्णय भी ले लिया होता।