महिला प्रीमियर लीग के इतिहास में पहली बार ट्रॉफी पर कब्जा करने वाली टीम मुंबई इंडियंस बन गई है। 26 मार्च के मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में हुए मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल के 132 रनों के लक्ष्य को चेज करते हुए सात विकेट से तीन गेंदें शेष रहते हुए जीत हासिल कर ली। मुंबई को जीत दिलाने में कई खिलाड़ियों की अहम भूमिका रही। टीम के कुछ खिलाड़ियों ने निरंतर शानदार खेल दिखाया और टीम को विजेता बनने में मदद की। इसमें कप्तान हरमनप्रीत कौर, हेली मैथ्यूज का नाम भी शामिल है।
हेली मैथ्यूज
मुंबई को विजेता बनने में सबसे बड़ा रोल वेस्ट इंडीज की कप्तान हेली मैथ्यूज का रहा। 10 मुकाबलों में उन्होंने 30.11 की औसत से 271 रन बनाए। उन्होंने टूर्नामेंट में एक अर्धशतक भी जड़ा था। हेली मैथ्यूज उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक थी जिन्होंने बल्ले के साथ गेंद से भी कहर बरपाया था। उन्होंने न सिर्फ टूर्नामेंट में 16 विकेट हासिल की बल्कि उनका औसत 12.62 का रहा था। जबकि फाइनल मुकाबले में उन्होंने सिर्फ 5 रन देकर दिल्ली कैपिटल के तीन खिलाड़ियों को आउट कर टीम को जीत दिलाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई। पूरे टूर्नामेंट में धमाकेदार प्रदर्शन करने के कारण ही हेली मैथ्यूज को पर्पल कैप और मोस्ट वैल्यूएबल खिलाड़ी का खिताब मिला।
नेट साइबर ब्रंट
इंग्लैंड की ऑल राउंडर ने अपनी अर्धशक्तिय पारी के दम पर मुंबई इंडियंस को जीत दिलवाई है। इफनल मुकाबले में उन्होंने नाबाद 60 रनों की पारी खेली। उन्होंने 10 मुकाबलों में 66.40 की औसत से 332 रन बनाए। उन्होंने कमाल गेंदबाजी भी की जिससे कुल 10 विकेट भी चटकाए।
एमिलिया कर
22 वर्षीय एमिलिया कर ने pire टूर्नामेंट में लगातार दमदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 15 विकेट हासिल की। न्यूजीलैंड की इस दमदार खिलाड़ी में 149 रन भी बनाए।
इस्सी वोंग
महिला प्रीमियर लीग के इतिहास में पहली हैट्रिक लेने की शानदार उपलब्धि हासिल करने वाली इंग्लैंड की इस्सी वोंग ने दिल्ली की टीम को फाइनल मुकाबले की शुरुआत में ही तीन झटके दे दी, जिसके बाद दिल्ली की टीम का कॉन्फिडेंस वापस नहीं आ सका और मुंबई के खिलाफ दिल्ली बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर सकी। इस्सी ने 10 मुकाबलों में 15 विकेट लिए।
हरमनप्रीत कौर
मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर इस टूर्नामेंट में अपनी टीम को मजबूती से आगे लेकर गई। उन्होंने तीन अर्धशतक इस टूर्नामेंट के दौरान लगाए और कई मुकाबलों में कप्तानी पारी खेली। उन्होंने लीग में 40.41 की औसत से 281 रन बनाए। सर्वाधिक रन बनाने के मामले में वो दूसरे नंबर पर रही। हरमनप्रीत के नेतृत्व में मुंबई इंडियंस पूरे सीजन के दौरान चैंपियन बनने की मजबूत दावेदार बनी रही।