जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने के बाद मुंबई इंडियंस उम्मीद कर रही होगी कि जोफ्रा आर्चर अपने शानदार लय में रहे जिससे रिकॉर्ड पांच बार की चैंपियन टीम पिछले सत्र के खराब प्रदर्शन को पीछे छोड़ कर खिताब के लिए मजबूत दावा पेश कर सके।
मुंबई इंडियंस की टीम 2022 में 14 मैचों में चार जीत के अंतिम स्थान पर रही थी। टीम आईपीएल के 15 सत्र में पहली बार अंतिम स्थान पर रही थी।
मुंबई का खराब प्रदर्शन उनके कप्तान के सबसे खराब सत्र के साथ-साथ हुआ।
आईपीएल के इतिहास में यह पहली बार हुआ था जब रोहित ने सत्र में एक भी पचासा नहीं लगाया। वह इस दौरान 19.14 की औसत से 268 रन ही बना सके।
बुमराह ने हालांकि अपने कौशल से 14 मैचों में 15 विकेट लेकर कुछ चमक बिखेरी लेकिन वह पीठ की सर्जरी के बाद आईपीएल 2023 में नहीं खेल पाएंगे।
टीम को हालांकि जोफ्रा आर्चर के आने से गेंदबाजी में थोड़ी मजबूती मिलेगी लेकिन बुमराह की कमी को पूरा करना आसान नहीं होगा।
टीम के पास अनुभवी स्पिनरों की भी कमी है।
अनुभवी पीयूष चावला को फ्रेंचाइजी ने टीम में शामिल किया है लेकिन उन्होंने अपना आखिरी आईपीएल मैच दो साल पहले चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला था।
मजबूती:
दुनिया के नंबर एक टी20 अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब एकदिवसीय श्रृंखला के बाद जोरदार वापसी करना चाहेंगे। वह टीम के मध्य क्रम में सबसे भरोसेमंद नाम भी है, जिसमें भारत के तिलक वर्मा और दक्षिण अफ्रीका के डेवाल्ड ब्रेविस और ट्रिस्टन स्टब्स शामिल हैं।
रोहित विस्फोटक इशान किशन के साथ शीर्ष क्रम में पहली गेंद से ही आक्रामक रुख अपनायेंगे।, टिम डेविड से निचले क्रम में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की उम्मीद होगी।
टीम ने इस साल की शुरुआत में नीलामी में कैमरून ग्रीन के लिए 17.50 करोड़ रुपये खर्च किये। वह टीम में कीरोन पोलार्ड की कमी को दूर करेंगे। पोलार्ड टीम के बल्लेबाजी कोच बन गये है।
गेंदबाजी में टीम को आर्चर और बायें हाथ के तेज गेंदबाज जेसन बेहरेनडॉर्फ पर निर्भर रहेगी।
बेहरेनडॉर्फ ने बीग बैश लीग में 14 मैचों में 21 विकेट लेकर पर्थ स्कोचर्स को चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
कमजोरी:
कप्तान रोहित पिछले कुछ समय से रन बना रहे है लेकिन अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पा रहे है। टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती सही संयोजन तैयार करने की होगी।
बुमराह की कमी को पूरा करना आसान नहीं होगा। स्पिन गेंदबाजी भी टीम की कमजोर कड़ी है।
मौका:
टीम अपने घरेलू मैदान का पूरा फायदा उठाना चाहेगी।
पिछले सत्र में टीम ने यहां चार मैचों में दो में जीत दर्ज की थी।
टीम में युवा खिलाड़ियों की भरमार है ऐसे में उनका भविष्य अच्छा है। ब्रेविस, वर्मा, स्टब्स, डेविड और यहां तक कि ग्रीन जैसे युवा प्रतिभा को खुद को साबित करने के लिए सब कुछ झोंकना होगा।
खतरा:
सूर्यकुमार यादव एकदिवसीय में लय में नहीं दिखे लेकिन टी20 प्रारूप में वह इसे पीछे छोड़कर दमदार वापसी करना चाहेंगे।
टीम दो अप्रैल को बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी तो रोहित और इशान पहली गेंद से ही आक्रामक रुख अपना चाहेंगे। डेविड और ब्रेविश बीच और आखिरी के ओवरों में रन गति को बढ़ाने का काम करने की कोशिश करेंगे।