क्रिकेटरों के लिए भले ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अनुबंध हासिल करना प्राथमिकता रखता हो लेकिन मुंबई के रणजी ट्राफी के युवा नायक मुशीर खान खुश हैं कि वह पिछले साल खिलाड़ियों की नीलामी में बिके नहीं क्योंकि इससे उन्हें टी20 प्रारूप को समझने के लिए कुछ और समय मिल जायेगा।
मुशीर (19 वर्ष) ने रणजी ट्राफी फाइनल में शतक जड़कर महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया और मुंबई के लिए फाइनल में सैकड़ा लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गये। उनका मानना है कि वह आने वाले समय में आईपीएल में नाम कमायेंगे।
मुशीर ने अपने पिता और कोच नौशाद के कहे शब्दों को दोहराते हुए पीटीआई वीडियो से कहा, ‘‘मेरा नाम आईपीएल में नहीं है। लेकिन मैं निराश नहीं हूं। मेरे पिता ने मुझे कहा कि टेस्ट क्रिकेट और टीम इंडिया के लिए खेलो। आईपीएल बाद में खेल लोगे, आज नहीं तो कल। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा है कि मुझे आईपीएल की तैयारी के लिए एक और साल मिल गया। मैं अब टी20 क्रिकेट को और समझूंगा कि मुझे इस प्रारूप के लिए कैसे तैयारी करनी चाहिए। ’’
मुशीर ने हाल में रणजी ट्राफी फाइनल में मुंबई की दूसरी पारी में 136 रन बनाकर विदर्भ को 538 रन का लक्ष्य देने में मदद की। इससे मुंबई की टीम 42वां रणजी ट्राफी खिताब जीतने में सफल रही।
यह दीगर ही है कि मुशीर इस प्रदर्शन के लिए अपने बड़े भाई सरफराज से प्रेरणा लेते हैं जिन्होंने पिछले महीने राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में भारत के लिए पदार्पण किया था।
मुशीर ने कहा, ‘‘मैं अपने भाई के समर्पण और उनकी बल्लेबाजी को देखकर उनसे काफी प्रेरणा लेता हूं। हमारा बल्लेबाजी का तरीका भी समान ही है। उन्होंने मुझे रणजी ट्राफी फाइनल मैच से पहले कहा कि इसे एक सामान्य मैच की तरह ही सोचो और ज्यादा दबाव मत लो। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘बाहर से भले ही यह सामान्य मैच लग रहा हो लेकिन मैंदान पर हमें दबाव महसूस हो रहा था। उन्होंने कहा था कि अपने कौशल पर भरोसा रखा और इसके मुताबिक खेलो।